क्या पादरी की जन्मतिथि और किशोर कुमार की मृत्यु तिथि का था कोई रहस्यमई संबंध?
Kishore Kumar: किशोर कुमार हिंदी सिनेमा की वह हस्ती बताई जाती है जिन्होंने न सिर्फ अपने गायन से बल्कि एक्टिंग स्किल से भी दर्शकों का दिल जीता है। किशोर कुमार (Kishore Kumar) एक गायक और एक्टर के तौर पर लाखों करोड़ों फैंस के दिलों पर राज करते थे। हालांकि किशोर कुमार से जुड़ा एक किस्सा एक समय में काफी चर्चा में रहा था। उनके बेटे अमित कुमार ( Amit Kumar) ने किसी इंटरव्यू के दौरान किशोर कुमार पर बात करते हुए इस किस्से का जिक्र किया था। किशोर कुमार के बेटे अमित कुमार ने बताया था कि उनके पिता को एक खाली चर्च का सपना (Kishore Kumar Church Dream) बार-बार आता था। यह सपना काफी डरावना था क्योंकि इस सपने में एक्टर को खाली चर्च में एक पादरी खड़ा हुआ दिखाई देता था।
किशोर कुमार की फिल्म दूर का राही ( 1971) की शूटिंग के दौरान तेज धूप के कारण किशोर और उनके कॉ एक्टर एक चर्च ( Church) में जाकर बैठ गए। चर्च में किशोर की नजर एक कब्र पर पड़ी और उस कब्र को देखकर किशोर कुमार हैरान और परेशान हो गए। दरअसल यह कब्र एक पादरी ( Bishop) की थी और इस कब्र पर मरने वाले की मृत्यु तिथि 4 अगस्त 1929 दर्ज थी जो कि किशोर कुमार की जन्म तिथि थी। किशोर कुमार ध्यान से देखते हैं तो कब्र पर 13 अक्टूबर 1887 तारीख भी दर्ज थी जो की मृतक की जन्मतिथि के तौर पर लिखी हुई थी। हालांकि यह किस्सा और भी डरावाना तब हो गया, जब फिल्म इंडस्ट्री से किशोर कुमार के मरने (Kishore Kumar Death) की खबर आई और किशोर कुमार मृत्यु की तिथि 13 अक्टूबर 1987 थी।
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हालांकि किशोर कुमार के बेटे अमित कुमार ( Amit Kumar) ने जब यह किस्सा सुनाया तो उन्होंने यही बताया कि “मेरे लिए बाबा एक संत के समान ही थे और उन्होंने लाखों दिलों पर राज किया और करोड़ों लोगों को हंसाया।” लेकिन रहस्यमय और डरावनी बात यह है कि क्या सच में मरने वाले पादरी ( Bishop) की जन्मतिथि और किशोर कुमार की मृत्यु तिथि में कोई रहस्यमई संबंध था? हालांकि इस बात पर बेटे अमित कुमार ने ज्यादा चर्चा को आगे नहीं बढ़ाया।
किशोर कुमार से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
किशोर कुमार क्यों प्रसिद्ध हैं?
किशोर कुमार भारतीय सिनेमा के सबसे मशहूर गायक और अभिनेता के तौर पर प्रसिद्ध थे। किशोर कुमार ने अपनी मधुर आवाज से हिंदी सिनेमा को विभिन्न भारतीय भाषाओं जैसे हिंदी, बंगाली, कन्नड़, असमी, गुजराती, मराठी, भोजपुरी, मलयालम, उर्दू और उड़िया भाषा में सांस्कृतिक, रोमांटिक और मनमोहक गानों का कलेक्शन दिया है।
किशोर कुमार की मृत्यु कैसे हुई?
किशोर कुमार को 13 अक्टूबर 1987 को अचानक दिल का दौरा पड़ा जिसके बाद उन्हें डॉक्टर ने मृत घोषित कर दिया। एक्टर की मृत्यु से मनोरंजन जगत में मातम छा गया था।
किशोर कुमार ने कितने पुरस्कार जीते हैं?
किशोर कुमार ने सर्वश्रेष्ठ प्लेबैक सिंगर के तौर पर 8 फिल्मफेयर पुरस्कार जीते हैं और 28 फिल्मफेयर नॉमिनेशन भी एक्टर के नाम है।
निष्कर्ष
इस आर्टिकल में हमने आपको बॉलीवुड के मशहूर और दिवंगत गायक/ एक्टर किशोर कुमार के एक रहस्यमय सपने से जुड़े किस्से के बारे में बताया है। किशोर कुमार के बेटे अमित कुमार ने एक इंटरव्यू के दौरान पिता को सपने में दिखाई देने वाले चर्च ( Kishore Kumar Church Dream) और पादरी से संबंधित किस्से पर चर्चा की है।
[RH/PSA]