बॉलीवुड में प्रयोग की कमी: अरशद वारसी

अरशद वारसी: बॉलीवुड अब सुरक्षित रास्ता अपनाता है, और नई कहानियों में जोखिम कम हो गया है।
अरशद वारसी
अरशद वारसी का ताज़ा बयान: बॉलीवुड अब सुरक्षित रास्ता अपनाता है, और नई कहानियों में जोखिम कम हो गया है।Instagram
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Summary

  • बॉलीवुड में अब नई और अलग कहानियों की कमी है।

  • निर्माता और निर्देशक अधिकतर वही बनाते हैं जो पहले सफल हो चुका है।

  • अरशद वारसी का मानना है कि फिल्म इंडस्ट्री को फिर से प्रयोग करने और नए आइडियाज अपनाने की जरूरत है।

बॉलीवुड में नई कहानियों की तलाश क्यों मुश्किल हो गई है

अरशद वारसी (Arshad Warsi) ने हाल ही में बॉलीवुड (Bollywood) के वर्तमान हालात पर चिंता जताई। उनका कहना है कि फिल्म इंडस्ट्री अब उतना प्रयोग नहीं करती जितना पहले करती थी। पहले फिल्मकार नई और चुनौतीपूर्ण कहानियों पर काम करने से नहीं डरते थे, लेकिन अब अधिकतर निर्माता और निर्देशक सुरक्षित रास्ता अपनाते हैं। इसका मतलब है कि वे वही फिल्में बनाते हैं जो पहले सफल हो चुकी हैं। परिणामस्वरूप, बॉलीवुड की फिल्में एक जैसी और पूर्वानुमानित लगने लगी हैं। दर्शक अब नई और रोचक कहानियों की तलाश में हैं, लेकिन उन्हें वही पुराने और परखे हुए फॉर्मूले मिल रहे हैं।

जोखिम लेने की कमी और उसके परिणाम

वारसी का मानना है कि फिल्म इंडस्ट्री (Film Industry) में जोखिम लेने की कमी ने अभिनेताओं और फिल्मकारों की रचनात्मकता को भी प्रभावित किया है। जब निर्माता केवल पैसे कमाने के लिए सुरक्षित विकल्प चुनते हैं, तो अभिनेताओं को भी नए और चुनौतीपूर्ण किरदार निभाने का मौका कम मिलता है। इसके कारण फिल्में केवल मनोरंजन तक सीमित रह जाती हैं और समाज या जीवन के वास्तविक पहलुओं को प्रदर्शित नहीं कर पातीं। वारसी कहते हैं कि असली कला तब पैदा होती है जब फिल्मकार और कलाकार नए प्रयोग करते हैं और दर्शकों को कुछ नया दिखाते हैं।

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वारसी का मानना है कि फिल्म इंडस्ट्री (Film Industry) में जोखिम लेने की कमी ने अभिनेताओं और फिल्मकारों की रचनात्मकता को भी प्रभावित किया हैInstagram

दक्षिण भारतीय सिनेमा का उदाहरण

अरशद वारसी (Arshad Warsi) ने यह भी बताया कि दक्षिण भारतीय सिनेमा (South Indian Cinema) में नई कहानियों और प्रयोगों की प्रवृत्ति अधिक है। वहां की फिल्में अक्सर अलग-अलग विषय और अनोखे किरदार प्रस्तुत करती हैं, जिससे दर्शकों का अनुभव ताज़ा और रोमांचक रहता है। उन्होंने बॉलीवुड से आग्रह किया कि वह भी इस तरह के प्रयोग करे और सिर्फ सुरक्षित फॉर्मूले तक सीमित न रहे। ऐसा करने से बॉलीवुड फिर से विविधता और नवीनता का प्रतीक बन सकता है।

निष्कर्ष

अरशद वारसी (Arshad Warsi) की टिप्पणियां बॉलीवुड (Bollywood) के लिए एक चेतावनी और मार्गदर्शन दोनों हैं। यदि फिल्म इंडस्ट्री अपनी पहचान बनाए रखना चाहती है और दर्शकों का विश्वास जीतना चाहती है, तो उसे फिर से प्रयोग करने, नई कहानियों को अपनाने और सुरक्षित फॉर्मूलों से बाहर निकलने की जरूरत है। यही वह तरीका है जिससे बॉलीवुड फिर से दिलचस्प, रोमांचक और वास्तविक कहानियों का घर बन सकता है।

अरशद वारसी मानते हैं कि बॉलीवुड (Bollywood) अब सुरक्षित रास्ता अपनाता है और नई कहानियों में जोखिम कम हो गया है। उन्हें लगता है कि इंडस्ट्री को फिर से प्रयोग करना चाहिए और नई, रोचक और वास्तविक कहानियों को अपनाना चाहिए।

अरशद वारसी
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