अपने पुराने फ़ोन (Old Phone) को बेचने से क्यों रहे सावधान ?
मोबाइल फ़ोन (Mobile Phone) हमारे जीवन एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चूका है, और इस महत्वपूर्ण हिस्से को ख़तम करने से पहले हमे सावधान रहना बहुत ज़रूरी है। क्योकि हमारे इस्तेमाल किए गए फ़ोन में बहुत सारे पर्सनल डाटा होते है।
इसमें हमारी फोटोज़, बैंक डिटेल्स, पासवर्ड्स, ईमेल, सोशल मीडिया अकाउंट्स और यहां तक कि पहचान से जुड़ी संवेदनशील जानकारी भी होती है। ऐसे में अगर हम बिना सावधानी के अपना पुराना फोन बेच देते हैं या किसी को दे देते हैं, तो यह जानकारी गलत लोगो के हाथों में पहुंच सकती है। जिससे हमारा फाइनेंसियल नुकसान हो सकता है, बल्कि निजी तस्वीरों और डाटा के दुरुपयोग का खतरा भी बढ़ सकता है।
आपको बता दें कि पुराना फोन (Old Phone) को बेचने से पहले सबसे बड़ा खतरा डेटा रीकवरी का होता है। बहुत से लोगो को यह लगता है कि सिर्फ “डिलीट” करने या “फैक्ट्री रिसेट” (Factory Reset) करने से डेटा मिट जाता है, लेकिन कई साइबर विशेषज्ञों की रिपोर्ट बताती हैं कि डिलीट किया गया डेटा विशेष सॉफ्टवेयर (Special Software) की मदद से दोबारा प्राप्त किया जा सकता है। इसलिए यह ज़रूरी है कि हम अपने फोन को बेचने से पहले पूरी तरह से एन्क्रिप्ट करें और फिर फैक्ट्री रिसेट करें। इससे डेटा को दोबारा रिकवर करना लगभग असंभव हो जाता है।
फ़ोन चोरी होने के कई साल बाद भी हो सकता है आपका डेटा लीक (Data leak)
हाल ही के एक इंटरव्यू में एक विशेषज्ञ ने बताया कि उन्होंने सोशल मीडिया (Social Media) पर एक वीडियो देखा जिस में दो लड़के एक स्कूल के ड्रेस में जाती लड़की को गलत ढंग से परेशान कर रहे है। जब इन्होंने इस वीडियो को देखा तब लगा कि यह रियल घटना है, और इस पर काम करना चाहिए, पता लगाना चाहिए कि यह वीडियो किसने लिया और अपलोड किया। जब इन्वेस्टीगेशन (Investigation) चली तो मालूम पड़ा कि यह वीडियो तीन साल पहले लिया गया था और जिस फ़ोन से यह वीडियो अपलोड किया गया है वह फ़ोन चोरी का था।
इस उदहारण से यह साफ़ होता है कि आपका आज का चोरी हुआ फ़ोन का डाटा आज से 10 या 12 साल बाद भी किसी गलत हाथ में जाने के बाद इसका उपयोग असाधारण ढंग से किया जा सकता है।
कैसे बचे डेटा लीक(Data leak) से ?
इस तरह की घटनाओं से बचने के लिए आप कुछ पॉइंट्स को ध्यान में रख सकते है। जैसे की अगर आप अपना फोन रिपेयर के लिए किसी सर्विस सेंटर पर दे रहे हैं, तो “रिपेयर मोड” (Repair Mode) या “मेंटेनेंस मोड” (Maintenance Mode) का इस्तेमाल जरूर करें। यह फीचर आपके फोन में मौजूद निजी डेटा को रिपेयर करने वाले व्यक्ति से सुरक्षित रखता है। और यह फीचर आज - कल के हर मोबाइल फ़ोन में मौजूद होता है। इस मोड को इस्तेमाल करने से पहले यह ज़रूर जांचें कि आपने अपने सारे जरूरी डेटा का बैकअप ले लिया है और रिपेयर के बाद इसे बंद कर दिया है।
अगर आप अपने फ़ोन को बेच रहे है तो इसके पहले कुछ जरूरी कदम उठाना बेहद ज़रूरी है। सबसे पहले अपने सभी डेटा का बैकअप लें जिस में फोटो, वीडियो, कॉन्टैक्ट, चैट और डॉक्यूमेंट शामिल हैं। इसके बाद SIM कार्ड और SD कार्ड निकाल लें क्योंकि इनमें भी आपकी निजी जानकारी हो सकती है।
सभी Google, Apple या Samsung अकाउंट्स से साइन-आउट करें ताकि फोन किसी और के हाथ में जाने के बाद आपकी पहचान से जुड़ी कोई भी परेशानी न हो। आपने फोन को एन्क्रिप्ट करने के बाद फैक्ट्री रिसेट करें और अंत में यह जांचें कि फोन की स्क्रीन पर “सेटअप स्क्रीन” (Setup Screen) दिख रही है या नहीं अगर हां, तो आपका फोन अब सही तरीके से साफ हो चुका है।
एक बेहद जरूर बात हम आपको बता दें कि अगर आप किसी ऐसे क्षेत्र में काम करते हैं जहाँ अत्यधिक संवेदनशील (Highly Sensitive) जानकारी आपके फोन में रहती है, तो पुराना फोन बेचने के बजाय उसे नष्ट करना ज्यादा सुरक्षित समाधान है। अमेरिका की National Institute of Standards and Technology (NIST) जैसी एजेंसियों ने भी यह सलाह दी है कि महत्वपूर्ण डेटा वाले उपकरणों को फिजिकली नष्ट कर देना सबसे कारगर तरीका है।
निष्कर्ष (conclusion)
पुराना फोन बेचना आसान है, लेकिन इसमें छिपा खतरा बहुत बड़ा हो सकता है। जिस तरह से आज के समय में डेटा चोरी (Data Theft) और ऑनलाइन धोखाधड़ी (Online Fraud) के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। उसको देखते हुए पुराने डिवाइस को बेचने या रिपेयर के लिए देने से पहले इन सभी सावधानियों को अपनाना बेहद जरूरी है। याद रखें आपका डेटा ही आपकी पहचान है, और इसे सुरक्षित रखना आपकी जिम्मेदारी भी।
