हाल ही में सूरजपुर जिले के कलेक्टर और आईएस अधिकारी रणबीर शर्मा ने दवाई ले जा रहे अमन को थप्पड़ मारा और उसका फोन तोड़ दिया था। जिसके पश्चात इस घटना का वीडियो वायरल हो गया है। आईएस साहब की इस करतूत ने सोशल मीडिया पर आते ही नए विवाद को जन्म दे दिया है। साथ ही पीड़ित अमन का भी अब एक वीडियो सोशल मीडिया पर में आया है, जिसमें उसने अपने साथ हुए घटना को विस्तार में बताया और लाचारी व्यक्त करते हुए उसने यह भी कहा कि "अगर जिले के मेन मालिक ही ऐसा करेंगे तो हम कहाँ जाएंगे?"
वीडियो में अमन ने कहा कि वह अपनी दादी के लिए खाना देने अस्पताल गया था, जो एक COVID-19 रोगी है। फिर वह उनके टेस्ट के जाँच के लिए भैया को खून का नमूना लेने लैब से लेकर गया और लौटते समय उसे जिला कलेक्टर ने रोक दिया।
लड़के ने कहा कि उसने आईएएस अधिकारी को जाँच से जुड़ी पर्ची दिखाया, जिसने शुरू में उसे जाने की अनुमति दी लेकिन फिर अचानक उसे वापस बुलाया, साथ ही उसका फोन तोड़ दिया और उसे एक जोरदार थप्पड़ मारा। जब लड़के से पूछा गया कि इस घटना पर क्या कार्रवाई की जानी चाहिए, तो अमन ने कहा, "सर अगर किसी जूनियर अधिकारी ने कुछ ऐसा किया होता तो मैं एक वरिष्ठ अधिकारी से शिकायत करता, लेकिन अगर जिले के मेन मालिक कलेक्टर साहब ने ऐसा किया है, तो किसके पास जा सकते हैं?"
इस घटना के बाद छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सूरजपुर के कलेक्टर व आईएस अधिकारी रणबीर शर्मा को निष्कासन का आदेश दिया है। सोशल मीडिया पर इस घटना के वायरल होने पश्चात लोगों ने आईएस अधिकारी के खिलाफ करवाई की मांग की है। साथ ही इस बर्ताव पर रणबीर शर्मा ने माफी मांगी है।(SHM)