ब्लॉग

धोनी का विश्वकप में मेंटर के रूप में होना काफी फायदेमंद  : बीसीसीआई

NewsGram Desk

भारतीय क्रिकेट टीम के सबसे बड़े दिग्गज पूर्व कप्तान और पूर्व विकेटकीपर महेंद्र सिंह धोनी क्रिकेट के सभी प्रारूपों से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने के करीब एक साल बाद , अगले महीने एक बार फिर भारतीय नीली जर्सी पहने नजर आएंगे। हालांकि इस बार वह एक अलग भूमिका में दिखेंगे। दो बार के विश्व कप विजेता कप्तान को टी 20 विश्व कप के लिए टीम इंडिया के लिए मेंटर के रूप में नामित किया गया यह बीसीसीआई द्वारा टीम की घोषणा के बाद यह फ़ैसला लिया गया ।

धोनी के शामिल होने पर बात करते हुए बीसीसीआई के कोषाध्यक्ष अरुण धूमल ने मंगलवार को कहा कि शिविर में दिग्गज की मौजूदगी से भारतीय क्रिकेट टीम को निश्चित रूप से फायदा होगा।आईसीसी विश्व कप के लिए टीम के मेंटर के रूप में उनका होना वास्तव में बहुत अच्छा रिकॉर्ड हैं , साथ ही उन्होंने धोनी के बारे में आगे कहा कि , "धोनी एक महान कप्तान रहे हैं। उनकी कप्तानी में, भारत ने टी20 2007 विश्व कप, 2010 और 2016 एशिया कप, 2011 विश्व कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी जीती है। रिकॉर्ड अद्भुत हैं।

उन्हें लाने का मतलब किसी को कमतर आंकना नहीं है, टीम में उनकी अच्छी प्रतिष्ठा और सम्मान है, और उन्होंने भी शानदार काम किया है। यह सब बाते धूमल ने इंडिया अहेड से कही।

दो बार के विश्व कप विजेता कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (wikimedia commons)

आप को बता दे कि मूल रूप से भारत देश में टी 20 क्रिकेट विश्व कप 2020 में होने वाला था। हालांकि, कोविड-19 महामारी के कारण इसे निलंबित कर दिया गया था और भारत के बजाय, यह संयुक्त अरब अमीरात और ओमान में कुल चार स्थानों, मस्कट, दुबई, अबू धाबी और शारजाह में होगा।

धूमल से आगे यह पूछे जाने पर कि क्या विराट कोहली का टी20 कप्तानी से हटने का फैसला उनका खुद का था या बीसीसीआई ने उन्हें मजबूर किया, इस पर धूमल ने कहा, "बोर्ड ने उन्हें पद छोड़ने के लिए नहीं कहा। यह विराट का अपना फैसला था। हम उनसे ऐसा करने के लिए क्यों कहेंगे। वह बहुत अच्छा काम कर रहे थे।"(आईएएनएस-PS)

लाला चुन्ना मल ने ही फतेहपुर सीकरी को अग्रेजों से बचाया, सबसे अमीर लोगों में थे शामिल

भारत के इस पासपोर्ट द्वारा बिना वीजा के जा सकते हैं विदेश, सबसे ज्यादा ताकतवर है ये पासपोर्ट

महान वैज्ञानिक स्टीफन हॉकिंग नहीं मानते थे किसी भगवान को, एक किताब में लिखा इसका वजह

अक्षय तृतीया के शुभ दिन पर भारत के इन मंदिरों में जरूर करें दर्शन

विशेष काम के लिए बाहर जाने से पहले क्यों खाते हैं दही शक्कर? जानिए इसका वैज्ञानिक कारण