शायद प्रेम को कोई मंजिल नहीं होती, तभी तो अकसर दो प्यार करने वाले लोगो की राहें एक समय के बाद अलग हो जाती हैं। एक साथ लंबे वक्त तक साथ गुजारने के बाद फिर अलग हो जाना किसी किसी के जीवन को अकेलापन दे जाता है, कुछ इसी तरह का हाल हुआ बॉलीवुड की एक मसूर एक्ट्रेस के साथ, नतीजा यह हुआ की वह आज 52 वर्ष की उम्र में भी बीना किसी के साथ के अकेली हैं। तो चलिए आपको मुलाकात करवाते हैं इस अभिनेत्री से।
तब्बू कई लोगो के साथ संपर्क में रही, कई लोगों के साथ उनके रिलेशनशिप्स थें, लेकिन जो तब्बू को सबसे ज्यादा पसन्द आया और जिनके साथ वो अपनी जिंदगी के 15 साल दे चुकी थी वह थे Tollywood के सुपरस्टार नागार्जुन।
एक ऐसा वक्त था जब तब्बू नागार्जुन के लिए मुंबई छोड़ कर हैदराबाद चली गईं थीं, लेकिन फिर उनके बिच कुछ ऐसा घटा की उनकी राहें हमेशा के लिए अलग हो गईं। तब्बू ने प्रेम में कभी भी किसी सामाजिक या भौतिक बढ़ा या दूरियों को नहीं माना नागार्जुन का प्यार ही उन्हें हैदराबाद खींच लाया था। नागार्जुन के साथ तब्बू की प्रेम की ख्वाहिश गहरी होती गई लेकिन अचानक उनके बीच एक ऐसा घाट कि तब्बू अपना सब कुछ छोड़कर मुंबई लौट आए। ट्रेन कैसे बेनाम रिश्ते में तब्बू और नागार्जुन करीबन 15 साल सांस लेते रहे थे आखिरकार दोनों बीच राह में जुदा हो गए।
दर्शन नागार्जुन जब तब्बू से मिले थे तब वे शादीशुदा थे। प्रेम में डूबे प्रेमियों की तरह उन्होंने शुरू में किसी बाधा को नहीं माना लेकिन वह तब्बू के साथ अपने प्यार को कोई नाम नहीं दे पाए शायद इसमें उनकी बेवफाई थी या मजबूरी कुछ कह नहीं सकते। नागार्जुन को शायद अपने परिवार के बिखरने का डर था कि वह तब्बू से खुलकर अपने प्यार का इजहार नहीं कर पाए तब्बू ने भी किस्मत के साथ समझौता कर लिया लेकिन कभी किसी को हमसफ़र नहीं बनाया।
उन्होंने परिवार में मां और बहन की शादीशुदा जिंदगी को बिखरते हुए देखा था मां बहन का तलाक देखने के बाद शायद तब्बू में भी शादी करने के इच्छा ना रही हो। तब्बू को कोई ऐसा प्रेमी नहीं मिला जिसे वह पूरी तरह अपना कह सके वह 52 साल की उम्र में अकेले जिंदगी गुजर रही है। उन्होंने अपनी पूरी ऊर्जा फिल्मों में काम करने में लगा दी एक्ट्रेस ने दृश्य 2 और भूल भुलैया 2 जैसे फिल्में सुपरहिट फिल्मों में अपनी एक्टिंग और किरदार के लिए खूब तारीफें बटोरी है। तब्बू की पिछली सीरीज खुफिया है जिसे नेटफ्लिक्स पर सभी देख सकते हैं ज्यादातर दर्शकों की फिल्म को लेकर सकारात्मक प्रक्रिया रहती है।