'Alignment of planets' की आकर्षक घटना आज आसमान में देखने को मिलेगी(Twitter)

 
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'Alignment of planets' की आकर्षक घटना आज आसमान में देखने को मिलेगी

'ग्रहों का संरेखण'(Alignment of planets) नामक एक दिलचस्प घटना आज रात आकाश देखने वालों को मंत्रमुग्ध कर देगी

न्यूज़ग्राम डेस्क

न्यूज़ग्राम हिंदी:  'ग्रहों का संरेखण'(Alignment of planets) नामक एक दिलचस्प घटना आज रात आकाश देखने वालों को मंत्रमुग्ध कर देगी, जिसमें पांच ग्रह एक चाप (Arc) का निर्माण करेंगे।

बृहस्पति, बुध, शुक्र, अरुण और मंगल ग्रह रात के आकाश में दिखाई देंगे। पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत अनोखे आकाशीय दृश्य का आनंद लेंगे, मगर उत्तर, पश्चिम और दक्षिण के लोगों के लिए सभी पांच ग्रहों को देखना मुश्किल हो सकता है।

कोलकाता में एम.पी. बिड़ला तारामंडल के पूर्व निदेशक देवीप्रसाद दुआरी ने आईएएनएस से कहा, "सौर मंडल की हमारी समझ हमें बताती है कि ग्रह लगभग एक ही तल में सूर्य के चारों ओर घूमते हैं। इस कारण कभी-कभी वे एक चाप या आकाश में एक सीधी रेखा का रूप भी ले लेते हैं। यह मंगलवार को होने जा रहा है।"

ये ग्रह एक चाप के रूप में बिना दूरबीन के भी दिखाई देंगे। बड़ी और छोटी दूरबीनें बेहतर दृश्य प्रदान कर सकती हैं।

सूर्य के अस्त होने के बाद बृहस्पति और बुध थोड़े-थोड़े अंतराल में शाम के आकाश में अस्त हो जाएंगे।

डॉ. दुआरी ने कहा, "चूंकि भारत में पूर्व और उत्तर-पूर्व आकाश में सूर्य जल्दी अस्त होता है, इसलिए इन स्थानों के लोगों को बृहस्पति और बुध का एक स्पष्ट दृश्य मिल सकता है। इन दो ग्रहों को पश्चिमी क्षितिज पर देखें, हालांकि एक गहन अवलोकन मदद कर सकता है।"

कोलकाता में सूर्यास्त आज शाम 5.50 बजे होगा, जबकि दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में सूरज आसमान से क्रमश: शाम 6.36 बजे, शाम 6.51 बजे और शाम 6.31 बजे गायब हो जाएगा।

शाम के आकाश में एक बहुत चमकीला पिंड होगा - शुक्र। छोटी दूरबीनों की सहायता से शुक्र से उत्तर दिशा की ओर अरुण (यूरेनस) ग्रह को भी देखा जा सकता है।

शुक्र और यूरेनस दोनों काफी लंबे समय तक आसमान में रहेंगे।



दुआरी ने बताया, "शुक्र सूर्यास्त के कम से कम दो घंटे बाद अस्त होगा।"

मंगल रात के आसमान में आधी रात तक रहेगा। मंगल के ठीक बगल में आज रात चंद्रमा को भी देखा जा सकता है।

दुआरी के मुताबिक, आखिरी बार यह घटना 24 जून, 2022 को हुई थी। 8 सितंबर, 2024 को फिर से 'ग्रहों की स्थिति' बनेगी।

उन्होंने कहा, "'ग्रहों का संरेखण' कोई दुर्लभ घटना नहीं है। लेकिन यह एक प्यारी घटना है और हमें ब्रह्मांड में हमारे अस्तित्व की याद दिलाती है।"

--आईएएनएस/VS

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