मुझे माफ कर दो मम्मी (IANS)

 

युवक ने की आत्महत्या

उत्पीड़न/अपराध

मुझे माफ कर दो मम्मी मैं आपका वह बेटा नहीं बन पाया जो आपने सोचा था कहकर युवक ने की आत्महत्या

ग्रेटर नोएडा जोन के एडिशनल डीसीपी अशोक कुमार ने बताया कि पुलिस को उसके पास से एक चार पेज का सुसाइड नोट मिला है। जिसमें प्रशांत ने असफलता और आर्थिक परेशानियों के कारण आत्महत्या करने की बात कही है।

न्यूज़ग्राम डेस्क

न्यूजग्राम हिंदी: आर्थिक परेशानी के चलते हताश युवक ने ग्रेटर नोएडा (Noida) के सेक्टर 151 स्थित जेपी अमन सोसाइटी में अपने फ्लैट पर फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना पर थाना नॉलेज पार्क पुलिस टीम ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। मौके से सुसाइड नोट (Suicide note) बरामद हुआ है। जिसमें लिखा है मम्मी हो सके तो मुझे माफ कर दो, मैं आपका वह बेटा नहीं बन पाया जो आपने सोचा था। पुलिस आत्महत्या के कारणों की जांच कर रही है। नोएडा के सेक्टर 151 स्थित जेपी अमन सोसाइटी में रह रहे 30 वर्ष के प्रशांत उपाध्याय फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। ग्रेटर नोएडा जोन के एडिशनल डीसीपी अशोक कुमार ने बताया कि पुलिस को उसके पास से एक चार पेज का सुसाइड नोट मिला है। जिसमें प्रशांत ने असफलता और आर्थिक परेशानियों के कारण आत्महत्या करने की बात कही है। पुलिस के मुताबिक, युवक ने सुसाइड नोट में पहले मां को संबोधित करते हुए लिखा, मम्मी हो सके तो मुझे माफ कर दो, मैं आपका वह बेटा नहीं बन पाया जो आपने सोचा था। जिस उम्र में मुझे आपकी सेवा करनी थी वह वक्त भी आपने सब कुछ मेरे ऊपर न्यौछावर कर दिया और कुछ नहीं कर सका। अगर भगवान है तो बस यही दुआ है कि मुझ जैसा इंसान दोबारा पैदा ही नहीं हो। मम्मी जब वक्त था तो मैंने कदर नहीं की अब वक्त ही नहीं रहा है।

सुसाइड नोट में उसने अपने पिता के लिये भी मैसेज लिखा है, पापा जी मैंने आपसे कभी सीधी बात नहीं की और आज आपसे बात कर सकूं इतनी हिम्मत नहीं है। पापा जी टाइम कम पड़ गया मेरे पास, नहीं तो मैं भी यूपीएससी क्लियर करके आपका और मम्मी का सिर गर्व से ऊंचा करता पर अब हिम्मत नहीं रही। आपको और मम्मी को रोते नहीं देखना चाहता हूं, जिंदगी में बहुत कुछ करना चाहता था पर नहीं कर पाया सॉरी मम्मी.. सॉरी पापा..।

प्रशांत ने अपनी पत्नी के नाम भी लिखा है की, मेरे हालात हमारे रिश्ते पर भारी पड़ गए आई एम सॉरी प्लीज माफ कर देना। मैंने एक भी प्रॉमिस पूरी नहीं की। मुझसे बुरा कोई हो ही नहीं सकता। मेरा हरदम साथ देने के लिए दिल से शुक्रिया। शायद इसलिए हमारा कोई बच्चा नहीं हुआ क्योंकि अगर हो जाता तो हमारी लाइफ हेल बन जाती है। मेरे लिए तुम यूपीएससी करो और जो जो लोग मेरी इस हालत के लिए पीछे हैं, उन सब को सजा देना। मेरे मम्मी पापा का ख्याल हो सके तो रखना। आई एम सॉरी..।

थाना नॉलेज पार्क 

एडिशनल डीसीपी ने बताया, मृतक प्रशांत उपाध्याय (Prashant Upadhyay) के शव को कब्जे पुलिस में लेकर पंचायतनामा भरकर पोस्टमार्टम के लिये जिला मोर्चरी में भेज दिया गया है। पोस्टमार्टम के पश्चात शव को परिजनों सौंप दिया जायेगा। माता, पिता और पत्नी से पूछताछ की जा रही है। आत्महत्या के सही कारणों का भी पता लगाया जा रहा है।

--आईएएनएस/PT

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