<div class="paragraphs"><p>National Science Day 2023: जानिए रमन इफेक्ट के बारे में(Wikimedia Commons)</p></div>

National Science Day 2023: जानिए रमन इफेक्ट के बारे में(Wikimedia Commons)

 

National Science Day 2023

विशेष दिन

National Science Day 2023: जानिए रमन इफेक्ट के बारे में

न्यूज़ग्राम डेस्क, Vishakha Singh

न्यूज़ग्राम हिंदी: हर साल 28 फरवरी के दिन को राष्ट्रीय विज्ञान दिवस(National Science Day 2023) के रूप में मनाया जाता है। यह दिन भारत के महान भौतिक शास्त्र के वैज्ञानिक सर सी वी रमन(Sir C.V. Raman) की खोज रमन इफेक्ट(Raman Effect) को याद करने के लिए मनाया जाता है। इस दिन विशेष रूप से बच्चों को विज्ञान में करियर बनाने के लिए प्रेरित किया जाता है और साथ ही विज्ञान के क्षे‌त्र में देश को प्रगति के बारे में बताया जाता है।

साल 1986 में राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद द्वारा 28 फरवरी को विज्ञान दिवस के रूप में मनाने के लिए भारत सरकार को कहा गया था और सरकार ने इसे स्वीकृति दी जिसके बाद 1987 से लेकर हर साल राष्ट्रीय विज्ञान दिवस मनाया जाता रहा है।

सर सी वी रमन को यह खोज करने के लिए नोबेल पुरुस्कार से सम्मानित किया गया था। नोबेल प्राइज पाने वाले सर सी वी रमन भारत ही नहीं बल्कि एशिया के भी पहले वैज्ञानिक थे।  आगे चलकर साल 1954 में उन्हें भारत रत्न से भी सम्मानित किया गया।

आपको  बता दें कि एक बार सर सी वी रमन भूसागर के पास से गुजर रहे थे तभी उनका ध्यान पड़ा समुद्र के नीले रंग पर। इसका पता लगाने के लिए उन्होंने इस पर काम किया और और रमन इफेक्ट की खोज को 28 फरवरी 1986 में। रमन इफेक्ट के अनुसार ऊर्जा की एक तरंग जब किसी द्रव्य से निकलती है तो इस तरंग का एक हिस्सा ऐसी में जाता है जो वास्तविक प्रकाश तरंग से अलग होती है। इसी कारण से जल और आसमान का रंग नीला होता है।

इस दिन विज्ञान एवं तकनीक विभाग द्वारा देश भर में यह दिवस मनाया जाता है और साथ ही देश के वैज्ञानिकों के योगदान के लिए उन्हें सम्मानित भी किया जाता है।

VS

पाकिस्तान की एक ऐसी बिल्डिंग जहां अब भी है इंडिया का नाम

किरण राव की फिल्म लापता लेडीज से बच्चे सीखेंगे नैतिक मूल्य

अफ्रीका की एक महिला जो 16 सालों से बिना एक अन्न का दाना लिए गुज़ार रही है अपनी जिदंगी

"दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को जमानत देना एक गलत मिसाल स्थापित करता है”: डॉ. रायज़ादा

कब है सीता नवमी? इसी दिन धरती से प्रकट हुई थी मां सीता