Taimara Ghati - जादुई घटना बड़ी ही दिलचस्प लगती है लेकिन यदि आपके साथ अचानक घटे तो आपको आश्चर्य में डाल सकती है या भयभीत भी कर सकती है दरअसल रांची-जमशेदपुर रोड की तैमारा घाटी को जब भी कोई पार करता है तो उसके मोबाइल पर समय करीब डेढ़ दो साल आगे चला जाता है। कई लोगों ने इस इलाके में अचानक से मोबाइल के टाइम जोन बदल जाने का खबर दिया हैं यानी साल 2023 के बदले आपको 2025 दिखने लगता है। इसके अलावा मोबाइल डिवाइस की घड़ी एक अलग समय दिखाना शुरू कर देती है यहां पहुंचते ही मोबाइल के वॉट्सऐप पर डेट सेटिंग का मैसेज आने लगता है। रामपुर से तैमारा घाटी तक का इलाका एक रहस्यमई घटना के कारण चर्चा में बना रहता है।
आपको इस घाटी के सड़क के किनारे एक मंदिर के अलावा कुछ भी नजर नहीं आएगा जिसमें मां काली और बजरंग बली की मूर्ति स्थापित है। यात्री हमेशा इस मंदिर के पास रूक कर और पूजा-पाठ कर के आगे की यात्रा पर जाते है तैमारा घाटी तक पहुंचने के लिए आपको रांची जमशेदपुर हाईवे NH-33 पर सफर करना होगा । यह स्थान रांची की राजधानी से करीब 30 किलोमीटर दूर है।
वैज्ञानिकों का कहना है कि बिना किसी प्रयोग कर तुरंत इस घटना को सही नहीं ठहराया जा सकता है। वैसे रांची विश्वविद्यालय के जियोलॉजी विभाग के प्रमुख डॉ. बच्चा राम झा इस घटना के बारे में उनका यह मानना है कि चुंकी तैमारा घाटी के इलाके में ग्रेनाइट का पत्थर मिलता है जिसके पत्थर में चुंबकीए गुण होता है। झा का कहना है कि किसी भी मैगनेटिक प्रभाव के चलते घड़ी का टाइम बदल सकता है लेकिन इस मामले में और खोज और अनुसंधान की जरूरत है ताकि सही तथ्य को जाना जा सकें।
सोशल मीडिया पर कोई न कोई ब्लॉगर या सोशल मीडिया स्टार झारखंड की तैमारा घाटी को लेकर अक्सर चर्चा करते है। भले ही तैमारा घाटी प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर एक ऐसा स्थान है जो सभी को आकर्षक लगता है परन्तु रामपुर और तैमारा घाटी के बीच का क्षेत्र आज भी रहस्य बना हुआ है यदि कभी भी आप इस घाटी से गुजरे तो इस अनोखी घटना को जरूर ध्यान से महसूस कीजिएगा।