पाकिस्तान की एक ऐसी रहस्यमई घाटी जहां लोग तकरीबन डेढ़ सौ साल तक अपना जीवन जीते हैं [Pixabay] 
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पाकिस्तान की रहस्यमयी घाटी जहां मौत भी देती है देर से दस्तक!

वैसे सभी ने दुनिया के सात अजूबों के बारे में तो जरुर सुना होगा पाकिस्तान ( Pakistan )की यह जगह भी किसी अजूबे से कम नहीं है। पाकिस्तान ( Pakistan ) की एक ऐसी रहस्यमई घाटी जहां लोग तकरीबन डेढ़ सौ साल तक अपना जीवन जीते हैं और वह भी बिना किसी बीमारी के। पाकिस्तान ( Pakistan ) की बर्फीली वादियों में बसी हुंजा वैली के लोग अपनी लंबी उम्र, चमकती त्वचा और मजबूत सेहत के लिए जाने जाते हैं।

न्यूज़ग्राम डेस्क

वैसे सभी ने दुनिया के सात अजूबों के बारे में तो जरुर सुना होगा पाकिस्तान की यह जगह भी किसी अजूबे से कम नहीं है। पाकिस्तान ( Pakistan ) की एक ऐसी रहस्यमई घाटी जहां लोग तकरीबन डेढ़ सौ साल तक अपना जीवन जीते हैं और वह भी बिना किसी बीमारी के, ऐसी जगहों को ब्लू जोन कहते हैं|यह शब्द उन भौगोलिक क्षेत्रों को संदर्भित करता है जहाँ लोगों में दीर्घकालिक बीमारियों की दर कम होती है और वे किसी भी अन्य स्थान की तुलना में लंबे समय तक जीवित रहते हैं। एक ऐसी ही जगह है, पाकिस्तान की बर्फीली वादियों में बसी हुंजा वैली (Hunza Valley) जहाँ के लोग अपनी लंबी उम्र, चमकती त्वचा और मजबूत सेहत के लिए जाने जाते हैं। यहां तो 80 साल का बुज़ुर्ग भी ऐसा दिखता है जैसे सिर्फ 40 का हो। यहां के लोगों को न तो हार्ट अटैक या डायबिटीज की शिकायत रहती है और ना ही किसी खतरनाक बीमारी की। तो आईए जानते हैं कि पाकिस्तान की यह वैली कौन सी है जहां मौत भी दस्तक देने में देरी लगाता है!

पाकिस्तान की एक चमत्कारी वैली

उत्तरी पाकिस्तान ( Pakistan ) से 2700 मीटर की ऊँचाई पर स्थित एक घाटी जहां ऊँचे पहाड़ और लाखों साल पुराने ग्लेशियरों पाए जाते है वहीं रहती है एक ऐसी जाति जिनके लोग पूरी दुनियां में बड़े ही रहस्यमई कहला रहें हैं। पाकिस्तान ( Pakistan ) की इस जाति का नाम है हुंजा। इस हिमालयी आबादी को हुंजाकुट, बुरुशियो या ब्रुशियो भी कहा जाता है। हुंजा, नागर और यासीन की उत्तरी पाकिस्तानी घाटियों में रहती है, और दुनिया में सबसे लंबे समय तक जीने वालों में से एक है। आश्चर्य की बात तो यह है कि वे केवल 150 सालों तक जीते ही नहीं है बल्कि रोग मुक्त जीते हैं यानी इनमें न ही किसी डायबिटीज जैसी समस्या पाई गई और ना ही कोई गंभीर बीमारी। नयूं कह सकते हैं कि यह लोग 150 साल तक एक स्वस्थ जीवन जीते हैं। यह लोग पाकिस्तान ( Pakistan )की सीमा पर, हिमालय की एक घाटी में रहते हैं, जहां जनजाति के सबसे बुजुर्ग लोग 100 साल की उम्र में भी खुले आसमान के नीचे काम करते हैं और अभी भी अविश्वसनीय रूप से सक्रिय हैं। यही कारण है कि यह जनजाति और यह हुंजा वैली कई बड़े-बड़े चिकित्सकों के लिए शोध का कारण बनी।

उत्तरी पाकिस्तान से 2700 मीटर की ऊँचाई पर स्थित एक घाटी जहां ऊँचे पहाड़ और लाखों साल पुराने ग्लेशियरों पाए जाते है [Pixabay]

क्या शुद्ध आहार है इनके लंबी उम्र का कारण?

जैसे कि हमने बताया की हुंजा वैली(Hunza Valley) में रहने वाले लोग, उनके रहन-सहन, खान पान और उनकी दीर्घायु दुनिया भर के शोधकर्ताओं और चिकित्सकों के लिए एक आकर्षण का केंद्र बना। पाकिस्तान के हुंजा वैली में रहने वाली यह जनजाति कई लोगों के रिसर्च का हिस्सा है और समय-समय पर आकर कई शोधकर्ताओं ने इनके जीवन को बड़े करीब से देखा और पाया कि इनका शुद्ध आहार ही इनके लंबी आयु का कारण है। आपको बता दे कि जहां एक तरफ पूरी दुनिया भर में रसायन और कीटनाशक दवाओं का प्रयोग कर खेती की जा रही है, वहीं हुंजा वैली (Hunza Valley) के लोग आज भी बिना रासायनिक पदार्थ का उपयोग कर और बिना कीटनाशक दावों के प्रयोग से खेती करते हैं और वही उनके भोजन में शुद्धता का कारण बनता है। आपको बता दे कि यहां के लोग मुख्यतः शाकाहारी है, जिसमें जौ, बाजरा, कुट्टू जैसे अनाज शामिल हैं। यहां के लोग बहुत सारा फुट्टा, विशेष रूप से गर्मियों में, और विशेष रूप से खुबानी, ब्लैकबेरी, आड़ू, नाशपाती, अनार, सेब, चेरी, मेवे; वे साबुत अनाज की रोटी, अंकुरित अनाज और गेहूं के बीज खाते हैं।

शोधकर्ताओं का मानना है कि भोजन, शुद्ध आहार और उनकी दिनचर्या हुंजा वैली के लोगों को डेढ़ सौ साल तक जीवित रहने में मदद करती है [Pixabay]

हुंजा वैली के लोग करतें है अमृत पान

जहां एक तरफ कुछ शोधकर्ताओं का मानना है कि भोजन, शुद्ध आहार और उनकी दिनचर्या हुंजा वैली के लोगों को डेढ़ सौ साल तक जीवित रहने में मदद करती है, तो वहीं दूसरी तरफ कुछ शोधकर्ता यह भी मानते हैं की यहां के लोगों के पास अमृत है। इस अमृत का उपयोग कर वे 150 साल तक जीवित रहते हैं और वह भी बिना किसी बीमारी के। आपको बता दे की हुंजा वैली की सबसे खूबसूरत और आकर्षक बात यह है कि इसके पास अपना खुद का ग्लेशियर है और इसी ग्लेशियर से निकलते पानी को यहां के लोग पीते हैं।

कुछ शोधकर्ता यह भी मानते हैं की यहां के लोगों के पास अमृत है। [Pixabay]

शोधकर्ताओं ने बताया कि यह ग्लेशियर का पानी इतना शुद्ध है, इसका pH इतना अधिक है कि यह एक अमृत का काम करता है, जिसके कारण यहां के लोगों को आज तक कोई भी बीमारी छू नहीं पाई। शाकाहारी भोजन के साथ-साथ इस पानी का उपयोग कर यहां के लोग अपनी उम्र को बड़ी आसानी से 150 साल तक बढ़ा देते हैं। यही सब वजहें हैं कि यह पानी दुनिया में अनोखा है और इसकी बदौलत ही हुंजा दुनिया में सबसे लंबे समय तक जीने वाली और सबसे स्वस्थ आबादी है। इस पानी में शरीर की हर ज़रूरत की चीज़ मौजूद है, इसलिए यह घाटी उन लोगों के लिए ज़रूरी है जो लंबे समय तक जीना चाहते हैं। Rh/SP

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