दिल्ली पुलिस को स्पष्ट रूप से संबोधित करते हुए लिखे गए ईमेल में कहा गया है, "उदाहरण के तौर पर शुक्रवार को आपके दिल्ली हाईकोर्ट (Delhi High Court) में धमाका पिछले झांसों का संदेह दूर कर देगा। दोपहर के तुरंत बाद जज चैंबर में धमाका होगा।"
ईमेल में दावा किया गया कि तीन बम प्लांट किए गए हैं। यह धमकी जुमे की नमाज के संदर्भ में दी गई है।
धमकी भरे ईमेल में लिखा है, "शुक्रवार विस्फोटों के लिए पाकिस्तान-तमिलनाडु (Pakistan-Tamil Nadu) की मिलीभगत। जज रूम या कोर्ट परिसर में 3 बम रखे गए हैं। दोपहर 2 बजे तक खाली कर दें।"
इस ईमेल में राजनीतिक साजिश का भी जिक्र है, जिसमें पाकिस्तान की आईएसआई, कुछ व्यक्तियों और राजनीतिक परिवारों को निशाना बनाने की योजना बताई गई है।
इसके साथ ही, ईमेल में एक व्यक्ति के नाम का जिक्र करते हुए उसका मोबाइल नंबर दिया गया है। मैसेज में लिखा है, "आईईडी डिवाइस की लोकेशन और डिफ्यूजिंग कोड के लिए सत्यभामा सेंगोट्टायन से संपर्क करें।"
बम की धमकी भरा ईमेल मिलने के बाद मामले को दिल्ली पुलिस ने गंभीरता से लिया है, लेकिन अभी तक कोई विस्फोटक मिलने की पुष्टि नहीं हुई है। सुरक्षा को देखते हुए हाईकोर्ट परिसर को खाली कराया गया है।
इससे पहले, 9 सितंबर को, दिल्ली के मुख्यमंत्री सचिवालय (Chief Minister's Secretariat) और मौलाना आजाद मेडिकल कॉलेज (एमएएमसी) को बम की धमकी वाला ईमेल मिला था। यह घटना हाल के महीनों में कई स्कूलों और शैक्षणिक संस्थानों को मिले फर्जी ईमेल के बाद हुई।
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