Shravan Month 2022: पढ़िए भारत में भगवान शिव के 11 विशालकाय प्रतिमाओं के बारे में Wikimedia Commons
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Shravan Month 2022: पढ़िए भारत में भगवान शिव के 11 विशालकाय प्रतिमाओं के बारे में

11 Tallest Statues of Lord Shiva in India: कोयम्बटूर में वर्ष २०१७ में स्थापित की गयी आदियोगी शिव की ११२ फ़ीट ऊँची प्रतिमा है जिसकी अभिकल्पना (डिजाइन) सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने की है।

Prashant Singh

भगवान शंकर का अति प्रिय महीना श्रावण मास (Shravan Month 2022) चल रहा है, और इस महीने में किये गए व्रत-उपवास अत्यधिक फलदाई होते हैं। सावन के महीने (Sawan Month) में भक्त भगवान शिव के चरित्र अथवा लीलाओं को पढ़ते हैं। आज इसी क्रम में हम पढ़ेंगे भारत भर में स्थापित भगवान भोलेनाथ के 11 विशालकाय प्रतिमाओं के बारे में। इन 11 विशालकाय प्रतिमाओं (11 Tallest Statues of Lord Shiva in India) कि जानकारी यहाँ विस्तार से दी जा रही है।

1. शिव प्रतिमा (गणेश टेकरी, राजस्थान)

351 फुट ऊंची भगवान शिव की यह प्रतिमा राजस्थान में उदयपुर से करीब 50 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। यह प्रतिमा श्री नाथ द्वारा के गणेश टेकरी में है जिसके दर्शन 20 किमी की दूरी से ही होने लगते हैं।

2. शिव मूर्ति, मुरुदेश्वरा (कर्नाटक)

लगभग 123 फुट (37 मीटर) ऊंची एक शिव की प्रतिमा अरब सागर के तट पर स्थापित है। इस क्षेत्र को मुरुदेश्वर के नाम से जाना जाता है, अतः इस मंदिर को मुरुदेश्वर मंदिर कह कर लोग बुलाते हैं, जोकि कंदुका पहाड़ी पर तीन ओर से पानी से घिरा हुआ है। मुरुदेश्वर दक्षिण भारत के कर्नाटक राज्य में उत्तर कन्नड़ जिले के भटकल तहसील में अरब सागर के तट पर स्थित एक कस्बा है। यहाँ भगवान शिव की बैठक मुद्रा में प्रतिमा है। यहाँ पर स्थित शिवलिंग का संबंध रामायण काल से बताया जाता है।

आदियोगी शिव प्रतिमा (कोयम्बटूर, तमिलनाडु)

3. आदियोगी शिव प्रतिमा (कोयम्बटूर, तमिलनाडु)

कोयम्बटूर में वर्ष २०१७ में स्थापित की गयी आदियोगी शिव की ११२ फ़ीट ऊँची प्रतिमा है जिसकी अभिकल्पना (डिजाइन) सद्गुरु जग्गी वासुदेव ने की है। यह प्रतिमा लोगों को योग के प्रति रुख करने के लिए प्रेरित करती है।

4. हर की पौड़ी (हरिद्वार, उत्तराखंड)

हरिद्वार स्थित हर की पौड़ी के पास स्थापित भगवान शिव कि यह मूर्ति लगभग 100 फुट (30.5 मीटर) ऊंचाई वाला है। यहाँ पर भगवान शिव की खड़ी मूर्ति तथा ऋषिकेश में बैठी हुई मुद्रा में स्थापित है। हर की पौड़ी को अत्यंत ही पवित्र घाटों कि श्रेणी में गिना जाता है, जिसके बारे में बताया जाता है कि यह घाट राजा विक्रमादित्य ने अपने भाई भर्तृहरि की याद में बनवाया था। यह वही घाट हैं जहां की शाम की आरती विश्व प्रसिद्ध है, जिसमें हजारों दिए एक साथ टिमटिमाते हैं। हर की पौड़ी के पीछे बलवा पर्वत पर माता मनसा देवी और थोड़ी और ऊंचाई पर चंडी देवी का प्रसिद्ध मंदिर है।

5. शिवगिरि महादेव (बीजापुर, कर्नाटक)

भारत में चौथे नंबर पर सबसे विशाल, जिसकी ऊंचाई 26 मीटर, यानी कि लगभग 85 फुट ऊंची, शिव विग्रह स्थापित है। कर्नाटक राज्य के बीजापुर के शिवपुर में यह शिवगिरी महादेव की प्रतिमा सन् 2006 में स्थापित हुई और 2011 में यहाँ शिव की बैठी हुई प्रतिमा स्थापित की गई।

6. नागेश्वर महादेव (दारुकावन, गुजरात)

12 ज्योतिर्लिंगों में से 2 ज्योतिर्लिंग गुजरात में स्थित हैं- सोमनाथ ज्योतिर्लिंग और नागेश्वर ज्योतिर्लिंग। नागेश्वर ज्योतिर्लिंग का मंदिर पहले तो बहुत छोटा था पर बाद में टी सीरिज के निर्माता गुलशन कुमार ने इसे भव्य रूप प्रदान किया। इस मंदिर क प्रांगण के बाहर भगवान शिव की 82 फुट ऊंची और 25 फुट चौड़ी मूर्ति स्थापित है। इतनी ही ऊंची प्रतिमा मध्यप्रदेश के ओंकारेश्‍वर ज्योतिर्लिंग में भी स्थापित है। यहाँ पर ममलेश्‍वर महादेव का भी मंदिर है।

7. कचनार महादेव (जबलपुर, मध्यप्रदेश)

मध्‍यप्रदेश के जबलपुर जिले के कचनार शहर में शिव मंदिर के पास स्थापित 76 फुट ऊंची मूर्ति, वहाँ के आकर्षण का केंद्र है। इसके अतिरिक्त जबलपुर भेड़ाघाट वॉटर फाल, 64 योगिनी मंदिर और कान्हा नेशनल पार्क के लिए भी विश्व प्रसिद्ध है।

8. कैम्प फोर्ट शिव मूर्ति (एयरपोर्ट रोड, बेंगलुरु, कर्नाटक)

बेंगलुरू के एयरपोर्ट रोड पर भगवान शिव का पद्मासन अवस्था में 65 फुट ऊंची मूर्ति विराजमान है, जिसकी स्थापना 1995 में हुई थी। यदि मूर्ति की पृष्ठभूमि की बात करें तो इसमें कैलाश पर्वत, भगवान शिव का निवास स्थल तथा प्रवाहित हो रही गंगा नदी है।

9. बेलीश्वर महादेव (भंजनगर, जिला गंजम, ओडिशा)

ओडिशा राज्य के भंजनगर में एक विशाल मंदिर स्थित है जिसका नाम है चंद्रशेखर महादेव मंदिर। यहाँ प्रतिष्ठित मूर्ति की ऊंचाई लगभग 61 फुट है, जिसकी स्थापना 6 मार्च, 2013 को की गई थी।

नामची शिव प्रतिमा (सिक्किम)

10. नामची शिव प्रतिमा (सिक्किम)

सिक्किम के नामची शहर में पहाड़ी पर विराजित 108 फुट ऊंची शिव प्रतिमा चारधाम यानी बद्रीनाथ, रामेश्वरम, द्वारका और पुरी के मंदिरों को प्रतिबिंबित करती है। यहाँ के लोग इसे सिद्धेश्‍वर धाम अथवा किरातेश्वर महादेव के नाम से बुलाते हैं। सिक्किम के गंगटोक से 92 किलोमीटर की दूरी पर स्थित इस मंदिर में 12 ज्योतिर्लिंगों के प्रतिरूप भी स्थापित हैं।

11. मंगल महादेव (हरियाणा)

हरियाणा में मंगल महादेव की 101 फुट विशाल प्रतिमा है, जहां शिवरात्रि तथा अन्य दिनों में भी भक्तों की भीड़ लगी रहती है।

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