आज के मॉडर्न युग में कई लोग बुरी नजर और तांत्रिक क्रियाओं जैसे चीज पर विश्वास नहीं करते हैं। लेकिन आज भी कई जगह बुरी नजर से बचने के लिए कई उपाय किए जाते हैं। कई लोग अपने बच्चों को बुरी नजर से बचने के लिए काजल लगाते हैं लेकिन अगर इसके बाद भी बच्चे को नजर लग जाए तो उसे तांत्रिक मंत्र द्वारा झाडा जाता है। खासकर गांव में इस प्रकार की और तांत्रिक विद्या का महत्व देखा जाता है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि यह मंत्र किसके होते हैं?
दरअसल तंत्र विद्या का इस्तेमाल कई उपायों के लिए किया जाता है, लेकिन इन सभी मित्रों में एक नाम का जिक्र होता है वह लोना चमारन। आपने इससे पहले शायद ही लोना चमारिन का नाम सुना होगा लेकिन तंत्र विद्या में इन्हीं के मित्रों का इस्तेमाल किया जाता है।
टोना झाड़ने वाले लोग इस मंत्र के बारे में आपको नहीं बताते हैं। अधिकतर मामलों में इस मंत्र का उच्चारण करने के बाद इंसान की कोई भी पीड़ा हो वह दूर हो जाती है। गांव में इस प्रकार की बातों और झाड़ फूस पर लोगों को सबसे ज्यादा विश्वास होता है। शहरों में भी लोग जब किसी बीमारी से ठीक नहीं हो पाते हैं तो अक्सर तंत्र-मंत्र का सहारा लेते हैं।
लोना चमारन का इतिहास बताना तू मुश्किल है लेकिन वह एक हरिजन जाति से थी। कहां जाता है कि लोना चमारन चमार जाति से ना होती तो आज उन्हें देवी की तरह पूजा जाता। क्योंकि जिस तरह लोग भगवान पर विश्वास करते हैं वैसे ही तंत्र विद्या के लिए लोना चमारन पर विश्वास किया जाता है। आप जब भी इंटरनेट पर टोना टोटका या तंत्र मंत्र के बारे में सर्च करेंगे तो आपको लोना चमारन का नाम जरूर मिलेगा।
बचपन से ही वह इस्माइल जोगी की शिष्या थीं। इस्माइल जोगी बहुत बड़े तांत्रिक थे और इन्हीं के साथ लेना चमारन ने तांत्रिक विद्या सीखी थी। तंत्र विद्या में लेना चमारन और इस्माइल जोगी का नाम बहुत प्रचलित है। आपको जानकर हैरानी होगी कि लोना चमारिन का जिक्र मोहम्मद जायसी की श्रेष्ठ भारतीय महाकाव्य पद्मावत में हुआ है लेना चमारन के कारण ही आज हम जादू टोना की मदद से बुरी नजर जैसे उपाय करते हैं। इनके मंत्र संस्कृत जैसे कठिन भाषा में नहीं थे इसलिए इन्हें पढ़ना और समझना आसान होता है। यही कारण है कि चमारन मंत्र छोटे गांव और काशन में इतनी ज्यादा प्रचलित हो गए आज इंटरनेट पर उनके मित्रों को सर्च किया जाता है और कई तांत्रिक क्रियाएं इनके मंत्र द्वारा ही की जाती है।