गाय माता नहीं भाग्यविधाता (Wikimedia)

 

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गाय माता नहीं भाग्यविधाता है: यूपी कैबिनेट मिनिस्टर

उत्तर प्रदेश दुग्ध उत्पादन पूरे देश में सबसे अधिक होता है। ऐसे में टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके उत्तर प्रदेश वैश्विक स्तर पर दुग्ध उत्पादन में अपनी अहम भूमिका निभा सकता है।

न्यूज़ग्राम डेस्क

न्यूजग्राम हिंदी: केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला (Purushottam Rupala) ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण (Shri Krishna) ने पूरी दुनिया को संदेश दिया था कि जो लोग गाय का पालन करेंगे, उनका पालन स्वयं गाय करेगी। भगवान श्रीकृष्ण का यह संदेश आज भी उतना ही प्रभावशाली है। रुपाला शनिवार को जीआईएस-23 के दधीचि हाल में आयोजित डेयरी एवं पशुपालन के क्षेत्र में संभावनाओं विषय पर सत्र को संबोधित कर रहे थे। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि जीआईएस-23 यूपी (Uttar Pradesh) की प्रगति के लिए बहुत महत्वपूर्ण अवसर है। इस दौरान उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मिनिस्टर धर्मपाल सिंह ने गाय को माता ही नहीं भाग्यविधाता बताया। उन्होंने कहा कि पशुपालन भारत के लिए नई बात नहीं है। भगवान श्रीकृष्ण के समय से ही भारत खासकर उत्तर प्रदेश के गोकुल (Gokul) में गायों का पालन पोषण होता रहा है। ऐसे में उत्तर प्रदेश डेयरी और पशुपालन के क्षेत्र में नई संभावनाओं वाला प्रदेश बनकर उभरा है।

केंद्रीय मत्स्य, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला ने कहा कि जहां कानून व्यवस्था सुदृढ़ होती है, वहीं निवेशक आते हैं और आज यह बात जीआईएस-23 के कार्यक्रम को देखकर सौ प्रतिशत सही साबित होती है। यहीं नहीं, सीएम योगी कानून व्यवस्था को लेकर पूरे देश में प्रेरणा का स्रोत बन गए हैं। उन्होंने निवेशकों से बिना किसी संदेह के यहां निवेश करने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने कहा कि जिस प्रदेश में मां गंगा बहती हो, वहां किसी चीज की कमी नहीं हो सकती। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री ने उत्तर प्रदेश को मार्च में पांच सौ मोबाइल वैटनरी यूनिट देने की घोषणा की। उत्तर प्रदेश दुग्ध उत्पादन पूरे देश में सबसे अधिक होता है। ऐसे में टेक्नोलॉजी का प्रयोग करके उत्तर प्रदेश वैश्विक स्तर पर दुग्ध उत्पादन में अपनी अहम भूमिका निभा सकता है।

जो गाय का पालन करेंगे गाय उसका पालन करेगी

उत्तर प्रदेश के कैबिनेट मिनिस्टर धर्मपाल सिंह ने कहा कि प्रदेश अगले 4-5 वर्षों में वन ट्रिलियन डालर की इकोनॉमी बनने की ओर तीव्र गति से बढ़ रहा है। राज्य में बड़े पैमाने पर निवेश आ रहा है, इससे स्पष्ट है कि उत्तर प्रदेश भारत के 5 ट्रिलियन डॉलर के लक्ष्य को पूर्ण करने में बहुत बड़ा योगदान देने जा रहा है। आज अधिकांश निवेशक प्रदेश में निवेश करना पसंद कर रहे हैं।

आईएएनएस/PT

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