Culture

Buddha की शिक्षाएं एक आदर्श व्यक्ति बनने की प्रेरणा देती है: किशन रेड्डी

NewsGram Desk

न्यूज़ग्राम हिन्दी: केंद्रीय संस्कृति मंत्री जी. किशन रेड्डी (G. Kishan Reddy) ने सोमवार को कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार भगवान बुद्ध (Lord Buddha) की शिक्षाओं को दुनिया के हर कोने में फैलाने के लिए प्रतिबद्ध है। वह यहां वैशाख बुद्ध पूर्णिमा मनाने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में बोल रहे थे। 2,566वीं वैशाख बुद्ध पूर्णिमा (Buddha Poornima) के अवसर पर, जिसे भगवान बुद्ध (Buddha) के जन्म, ज्ञान और मृत्यु के दिन को चिह्न्ति करने के लिए 'वेसाक दिवस' या 'ट्रिपल–ब्लेस्ड डे' भी कहा जाता है, संस्कृति मंत्रालय (Ministry of Culture) ने अपने अनुदानकर्ता निकाय 'अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध परिसंघ' (International Buddhist Confederation) के साथ नई दिल्ली में समारोह का आयोजन किया। कार्यक्रम में गौतम बुद्ध के जीवन और शिक्षाओं को दिखाया गया।

रेड्डी ने कहा, "बुद्ध के अनुयायी दुनियाभर में फैले हुए हैं, लेकिन उनमें से लगभग 90 प्रतिशत दक्षिण पूर्व एशिया और पूर्वी एशिया से हैं। बौद्ध दुनिया के हर कोने से तीर्थयात्रा के रूप में भारत आते हैं। हम भारत में हर साल 25 लाख बौद्धों को लाने के लिए काम कर रहे हैं।"

उन्होंने कहा कि भारत सरकार बुद्ध सर्किट विकसित करने के लिए राज्य सरकारों के साथ मिशन मोड पर काम कर रही है। अवसर पर रेड्डी ने ट्वीट द्वारा आयोजन की तस्वीरें जनता से सांझा की।

उन्होंने कहा कि इस सर्किट के तहत विभिन्न प्रकार की गतिविधियां जैसे कनेक्टिविटी, इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, लॉजिस्टिक्स, सांस्कृतिक अनुसंधान केंद्र, विरासत, संचार मिशन मोड पर चलाए जा रहे हैं।

संस्कृति मंत्री ने कहा, "सितंबर 2021 में अमेरिकी यात्रा के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 157 कलाकृतियों और पुरावशेषों को लाए। वापस लाए गए कुल कलाकृतियों में से 16 बौद्ध धर्म से संबंधित हैं। हम बौद्ध धर्म से संबंधित सभी कलाकृतियों और पुरावशेषों को जहां भी हैं, वहां से लाना चाहते हैं।"

बुद्ध की शिक्षाओं के बारे में बात करते हुए रेड्डी ने कहा कि यह हमें प्रकृति का सम्मान करना सिखाता है।

उन्होंने कहा, "उनकी शिक्षाएं वह रास्ता दिखाती हैं जो दु:ख और दु:ख से परे जाता है और एक आदर्श व्यक्ति बनने की प्रेरणा देता है।"

इस अवसर पर मौजूद केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रिजिजू ने कहा, "कोई भी देश, छोटा या बड़ा, एक शक्तिशाली राष्ट्र बनने की इच्छा रखता है, बुद्ध की शिक्षाओं का पालन करना ही एकमात्र रास्ता है। बुद्ध का मार्ग सार्वभौमिक मार्ग है जो मध्यम मार्ग है।"

आईएएनएस (PS)

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