भारत के दिग्गज ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) ने शुक्रवार को क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का ऐलान किया है। उन्होंने सोशल मीडिया पर अपने सन्यास की घोषणा की। अनुभवी खिलाड़ी ने अब तक 103 टेस्ट, 236 वनडे और 28 T20 खेले हैं, जिनमें 417, 269 और 25 विकेट लिए।
अनिल कुंबले के बाद हरभजन सिंह भारत के दूसरे स्पिन गेंदबाज हैं, जिन्होंने टेस्ट में 400 से ज्यादा विकेट लिए थे। भारतीय टीम के लिए बल्लेबाजी में भी हरभजन पीछे नहीं रहे। इसमें उन्होंने दो शतक और नौ अर्धशतक के साथ 3,569 रन बनाए।
हरभजन (Harbhajan Singh) 2001 में ईडन गार्डन्स में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट क्रिकेट में हैट्रिक लेने वाले पहले भारतीय बने थे।
अपने सन्यास का ऐलान करते हुए उन्होंने ट्विटर पर लिखा, "आखिर में सभी अच्छी चीजें खत्म हो जाती हैं और आज जब मैं उस खेल को अलविदा कह रहा हूं, जिसने मुझे जीवन में सब कुछ दिया है। इसके लिए मैं उन सभी को धन्यवाद देना चाहता हूं, जिन्होंने इस 23 साल की लंबी यात्रा को सुंदर और यादगार बनाया। मैं दिल से उनका आभारी हूं।"
हरभजन ने अपने यूट्यूब चैनल पर वीडियो जारी कर के कहा, "मैं सार्वजनिक रूप से घोषणा करने के लिए पिछले कुछ सालों से इंतजार कर रहा था। मैं दिमाग से पहले ही संन्यास ले चुका था, लेकिन मैं आज घोषणा कर रहा हूं। जालंधर की सड़कों से टीम इंडिया के लिए टर्नबेटर बनने का मेरा सफर खूबसूरत रहा है। मेरे लिए जीवन में भारत की जर्सी पहनकर मैदान पर कदम रखने से बड़ी कोई और प्रेरणा नहीं है।"
हरभजन 2007 में भारत की ऐतिहासिक T20 विश्व कप में जीत और 2011 में वनडे विश्व कप की जीत में हिस्सा थे।
उन्होंने (Harbhajan Singh) 03 मार्च 2016 को T20 विश्व कप में यूएई के खिलाफ भारत के लिए आखिरी मैच खेला था। इसके बाद से ही उनके संन्यास की अटकलें लगाई जा रही थीं। हालांकि इसके बाद वह लगातार इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में कई फ्रेंचाइजी का हिस्सा रहे और पिछले सीजन में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) के लिए भी खेले थे।
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो हरभजन सन्यास लेने के बाद किसी भी IPL टीम के कोचिंग स्टाफ का हिस्सा बन सकते हैं। (आईएएनएस)
Input: IANS ; Edited By: Manisha Singh