प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने रविवार को प्रवासी भारतीय दिवस (Pravasi Bharatiya Diwas) पर सभी के साथ, भारतीय प्रवासियों को बधाई दी।
प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर कहा, प्रवासी भारतीय दिवस पर सभी को, विशेष रूप से भारतीय प्रवासियों को बधाई। हमारे प्रवासी ने पूरी दुनिया में खुद को प्रतिष्ठित किया है और विभिन्न क्षेत्रों में उत्कृष्ट प्रदर्शन किया है, साथ ही, वे अपनी जड़ों से जुड़े हुए हैं। हमें उनकी उपलब्धियों पर गर्व है।
प्रवासी भारतीय दिवस क्या है?
भारत के विकास में प्रवासी भारतीय समुदाय के योगदान को चिह्नित करने के लिए, हर साल 9 जनवरी को प्रवासी भारतीय दिवस (PBD) मनाया जाता है। इसे भारत सरकार के साथ विदेशों में भारतीय समुदाय के जुड़ाव को मजबूत करने का एक अच्छा जरिया माना जाता है।
कब से मनाया जा रहा प्रवासी भारतीय दिवस?
पीबीडी (Pravasi Bharatiya Diwas) सम्मेलन 2003 से राष्ट्रीय राजधानी में हर साल 9 जनवरी को मनाना शुरु किया गया है। लेकिन 2015 से, प्रारूप को संशोधित किया गया और आयोजकों ने नीति निर्माताओं, हितधारकों और प्रवासी प्रवासी विशेषज्ञों की भागीदारी के साथ थीम-आधारित सम्मेलन आयोजित करने का निर्णय लिया।
बता दें कि इस साल केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री वी. मुरलीधरन नवाचार और नई प्रौद्योगिकियों के संबंध में 'भारतीय प्रवासी की भूमिका' पर एक आभासी युवा प्रवासी भारतीय दिवस सम्मेलन को संबोधित करेंगे।
9 जनवरी को ही क्यों मनाया जाता है ये दिवस?
पीबीडी को मनाने के लिए 9 जनवरी को इसलिए चुना गया, क्योंकि 1915 में इसी दिन राष्ट्रपिता महात्मा गांधी दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे और लौटने के बाद भारतीयों को अंग्रेजों से आजादी दिलाए थे।
यह सम्मेलन प्रवासी भारतीय समुदाय को पारस्परिक रूप से लाभकारी गतिविधियों के लिए सरकार और उनके पूर्वजों की भूमि के लोगों के साथ जुड़ने के लिए एक मंच प्रदान करते हैं। इसके साथ ही ये दुनिया के विभिन्न हिस्सों में रहने वाले प्रवासी भारतीय समुदाय के बीच नेटवर्किंग में भी बहुत उपयोगी हैं और उन्हें विभिन्न क्षेत्रों में अपने अनुभव साझा करने में सक्षम बनाते हैं। (आईएएनएस)
Input: IANS ; Edited By: Manisha Singh