बात-बात पर भारत को परेशान करने वाला, युद्ध की धमकी देने वाला, चीन सागर में अपना रुतबा जमाने वाला, भारत के साथ हर छोटे मुद्दे पर बहस करने वाला, पाकिस्तान का बड़ा भाई चीन आज सबके सामने अपनी खूब तारीफें कर रहा है, और ऐसा दावा कर रहा है कि उसने कभी भी किसी भी देश के साथ खासकर भारत के साथ कोई युद्ध या झड़प नहीं की। ताइवान को आंख दिखाने वाला चीन दुनिया के सामने अपनी इमेज को इतने साफ सुथरे तरीके से पेश कर रहा है कि चीन की बात पर किसी को यकीन ही नहीं हो रहा है। तो चलिए आज हम विस्तार से चीन के इस दावों के बारे में बात करते हैं।
दरअसल चीनी राष्ट्रपति शी जिंगपिंग ने गुरुवार को दावा किया है, कि चीन ने कभी कोई संघर्ष या युद्ध नहीं भड़काया और ना ही किसी के एक इंच जमीन पर भी कब्जा किया।
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग कि यह टिप्पणी अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ उनकी बहु प्रतीक्षित वार्ता के कुछ घंटे बाद एशिया प्रशांत आर्थिक सहयोग शिखर सम्मेलन के मौके पर रात्रि भोज के दौरान आई। जहां दोनों नेताओं ने एक साल में पहली बार मुलाकात की और दोनों देशों ने तनाव कम करने का वादा किया। चीन की कड़ी व्यापार निगरानी और द्विपक्षीय तनाव को लेकर चिताओं को देखते हुए, यूएस चीन बिजनेस काउंसिल और यूएस चीन संबंधों पर राष्ट्रीय समिति द्वारा आयोजित कार्यक्रम में शी जिनपिंग की टिप्पणियों पर बारीकी से नजर रखी जा रही थी।
शी जिनपिंग ने अपने दावों को बरकरार रखते हुए कहा की “पीपुल्स रिपब्लिक” की स्थापना के बाद से 70 वर्षों या उसके अधिक समय में चीन ने कोई संघर्ष या युद्ध नहीं भड़काया है, या फिर किसी भी विदेशी जमीन का 1 इंच भी अपने कब्जे में नहीं किया है।
बैठक के दौरान जो बाइडेन ने शिंगजियांग, तिब्बत और हांगकांग सहित चीन में मानव अधिकारों के उल्लंघन पर भी चिंता जताई। व्हाइट हाउस के बयान के अनुसार राष्ट्रपति बाइडन ने मानव अधिकारों की सार्वभौमिकता और सभी देशों की अंतर्राष्ट्रीय मानव अधिकार प्रतिबद्धताओं का सम्मान करने की जिम्मेदारी को रेखांकित किया। उन्होंने शिंगजियांग, तिब्बत और हांगकांग सहित चीन में मानव अधिकारों के हनन के बारे में भी चिंता जताई।