पिछले सप्ताह चेन्नई (Chennai) में लोगों में आंख आने (कंजक्टिवाइटिस, Conjunctivitis) की बीमारी में पांच गुना वृद्धि दर्ज किए जाने के बाद तमिलनाडु स्वास्थ्य विभाग (Tamilnadu Department of Health) के अधिकारी हाई अलर्ट पर हैं। नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. एम. मनोज नायर ने आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि चेन्नई में कंजक्टिवाइटिस के मामलों में उल्लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि स्कूलों, रिहायशी कॉलोनियों और फ्लैट परिसरों में क्लस्टर बनाए जाते हैं।
कंजक्टिवाइटिस में खुजली और किरकिरा महसूस होने के साथ लाल आंख की स्थिति होती है। कंजंक्टिवाइटिस का पता चलने पर आंखों से पानी भी आता है।
क्षेत्रीय नेत्र विज्ञान संस्थान, एग्मोर में नवंबर के पहले सप्ताह में एक दिन में 10 रोगियों के बजाय एक दिन में लगभग 50 रोगी दिखाई दे रहे हैं।
डॉ. मनोज नायर ने कहा कि जिस निजी अस्पताल में वह काम कर रहे हैं, वहां भी एक दिन में 10 से 15 मामले दर्ज किए गए हैं। उन्होंने कहा, शहर के लगभग सभी नेत्र रोग क्लीनिक और नेत्र अस्पतालों में कंजक्टिवाइटिस के मामलों में वृद्धि देखी जा रही है।
उन्होंने कहा कि कंजक्टिवाइटिस में सूजन के कारण आंखें लाल दिखाई देती हैं और छोटी रक्त वाहिकाओं के कारण आंख का सफेद भाग लाल हो जाता है।
डॉ. मनोज नायर ने आईएएनएस को बताया कि यह बीमारी अत्यधिक संक्रामक है और इसके प्रसार को रोकने का एकमात्र तरीका संक्रमित लोगों को अलग-थलग करना है। उन्होंने कहा कि इस बीमारी से दृष्टि प्रभावित नहीं होगी।
संक्रमित बच्चों को निर्देश दिया जाता है कि वे स्कूल न जाएं और ऑफिस जाने वाले लोग काम से छुट्टी ले लें।
आईएएनएस/PT