Sudan Hunger Crisis :सऊदी अरब की सहायता एजेंसी केएस रिलीफ ने सुडान के लोगों के लिए करीब 1900 फूड पार्सल भेजे।(Wikimedia Commons) 
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सूडान के 50 लाख लोग भुखमरी के चपेट में, जानिए कैसे हुआ ये हाल

सूडान की सेना और पैरामिलिट्री फोर्स की लड़ाई के बीच आम नागरिक को इसका नुकसान सहना पड़ रहा है। 45.7 मिलियन आबादी वाला यह देश युद्ध के चलते लगभग खाली हो चुका है।

न्यूज़ग्राम डेस्क

Sudan Hunger Crisis : आजकल गाजा में बढ़ते भुखमरी के संकट की खबरें सोशल मीडिया पर तेजी से फैल रही हैं लेकिन गाजा के अलावा अफ्रीका का एक और मुस्लिम देश भयंकर भुखमरी की मार झेल रहा है। अफ्रीकी देश सूडान पिछले करीब 10 महीनों से गृह युद्ध से लड़ रहा है, जिसके कारण देश में मानवीय संकट भयावह होता जा रहा है। सूडान की सेना और पैरामिलिट्री फोर्स की लड़ाई के बीच आम नागरिक को इसका नुकसान सहना पड़ रहा है। 45.7 मिलियन आबादी वाला यह देश युद्ध के चलते लगभग खाली हो चुका है और दिन पर दिन हालात बदतर ही होते जा रहे हैं। इस देश की मदद के लिए सऊदी अरब ने हाथ बढ़ाया है।

सऊदी अरब ने की सहायता

सूडान में महंगाई इतनी हो गई कि लोग अब जिंदगी और मौत से जूझ रहे हैं। आराजकता इतनी है कि लोग घर से निकल नहीं पा रहे हैं। ईंधन की कीमत इतनी बढ़ गई है कि लोग एक जगह से दूसरी जगह जाने के लिए खर्च नहीं दे पा रहे हैं। सऊदी अरब की सहायता एजेंसी केएस रिलीफ ने सुडान के लोगों के लिए करीब 1900 फूड पार्सल भेजे। सऊदी प्रेस एजेंसी ने बताया कि संगठन ने व्हाइट नाइल राज्य में विस्थापित परिवारों के लिए 1,160 फूड पार्सल भेजे हैं, जिससे करीब 6,670 लोगों को फायदा होगा।

युद्ध की वजह से 1.8 करोड़ लोग गंभीर रूप से खाद्य असुरक्षित हैं और 50 लाख लोग अब भुखमरी का सामना कर रहे हैं। (Wikimedia Commons)

रिलीफ मिशन के लिए हुआ बैठक

देश भर में 10 में से नौ लोग ऐसे हैं जिन्हें भर पेट खाना भी नहीं मिल पा रहा है। रिलीफ मिशन के लिए स्विट्जरलैंड के साथ बैठक सूडान में इस संकट से निपटने और आम नागरिकों तक मदद पहुंचाने के लिए केएस रिलीफ के असिस्टेंट सुपरवाइजर कील बिन जमान अल-गामदी ने अफ्रीका में स्विट्जरलैंड के विशेष दूत सिल्वेन एस्टियर के साथ बैठक की। इस बैठक के बाद एस्टियर ने कमजोर लोगों की सहायता के लिए जारी सऊदी के प्रयासों के लिए किंगडम की सराहना की।

क्या है भुखमरी का कारण

पिछले साल अप्रेल 2023 में सूडान के आर्म ग्रुप के चीफ अब्देल फतह अल-बुरहान और सूडान के अर्धसैनिक रैपिड सपोर्ट फोर्सेज के कमांडर मोहम्मद हमदान डागलो के बीच सत्ता को लेकर संघर्ष शुरू हुआ था। युद्ध की वजह से 1.8 करोड़ लोग गंभीर रूप से खाद्य असुरक्षित हैं और 50 लाख लोग अब भुखमरी का सामना कर रहे हैं। देश की आधी से ज्यादा आबादी जंग के चलते विस्थापित हो चुकी है और अभी देश में शांति के आसार नजर नहीं आ रहे हैं।

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