कच्छ (Unsplash) 
गुजरात

"कच्छ: भारत का सबसे बड़ा जिला और इसका ऐतिहासिक महत्व"

"कच्छ जिले की विशेषता और उसका पुराना इतिहास"

Hrutik Tidke, न्यूज़ग्राम डेस्क

भारत एक विभाजित देश है, जिसमें विभिन्न राज्य और केंद्र शासित प्रदेश हैं। भारत में सत्ता का विकेंद्रीकरण इस तरह से किया गया है कि केंद्र से लेकर गांव तक सभी को समान अधिकार और शक्तियां प्राप्त हों।

इस संरचना में जिलों का महत्वपूर्ण स्थान है। आज हम भारत के सबसे बड़े जिले के बारे में चर्चा कर रहे हैं।

केंद्र शासित प्रदेशों और राज्यों में आवश्यकता के हिसाब से जिले बनाए जाते हैं। राज्य सरकार जिलों की संख्या को बढ़ा और कम कर सकती है। क्या आप जानते हैं कि भारत का सबसे बड़ा जिला कौन सा है? यह जिला कभी देश में एक राज्य के नाम से प्रसिद्ध था।

(Unsplash.com)

भारत का सबसे बड़ा जिला कच्छ है, और यह गुजरात में स्थित है। क्षेत्रफल के हिसाब से यह देश का सबसे बड़ा जिला है। गुजरात के इस जिले का कुल क्षेत्रफल 45,674 वर्ग किलोमीटर है और यह क्षेत्रफल गुजरात का 23.7 प्रतिशत है। जिले का आधे से अधिक भाग रेगिस्तान से ढका हुआ है, जो पर्यटकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण है।

यह जानना भी महत्वपूर्ण है कि कभी कच्छ नाम का एक राज्य था। 1956 तक कच्छ एक राज्य के रूप में मान्यता प्राप्त करता था। 1 नवंबर 1956 को इस क्षेत्र को मुंबई राज्य में शामिल कर लिया गया। तब वहां मराठी और गुजराती लोग बसे थे, और कुछ संख्या में मारवाड़ी लोग भी थे। 1960 में मुंबई राज्य को भाषा के आधार पर विभाजित किया गया और दो नए राज्यों की स्थापना की गई।

महाराष्ट्र और गुजरात के गठन के बाद कच्छ जिला गुजरात में आ गया। एक बार कच्छ में एक भयानक भूकंप ने उस जिले को बहुत नुकसान पहुंचाया, लेकिन आजकल कच्छ एक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित है।

डॉ. मुनीश रायज़ादा ने बिजली के बढ़े हुए बिलों के मुद्दे को हल करने में विफल रहने के लिए आप सरकार की आलोचना की

भारतीय लिबरल पार्टी (बीएलपी) दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 में सभी 70 विधानसभाओं पर चुनाव लड़ेगी

कभी रहे खास मित्र, अब लड़ रहे केजरीवाल के खिलाफ चुनाव। कौन हैं मुनीश रायज़ादा?

नई दिल्ली विधानसभा (AC - 40) से केजरीवाल के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे डा मुनीश रायज़ादा

भारतीय लिबरल पार्टी (बीएलपी) के अध्यक्ष डॉ. मुनीश रायज़ादा ने शहर में प्रदूषण के मुद्दे को हल करने में विफलता के लिए आप सरकार को ठहराया जिम्मेदार।