बेंगलुरु:- चोरों ने शहर के बेहद ही वीआईपी इलाके के बस स्टॉप को ही गायब कर दिया। [Wikimedia Commons] 
कर्नाटक

बेंगलुरु में गायब हो गया पूरा का पूरा बस स्टैंड ऐसी चोरी आपने पहली बार सुनी होगी

परिवहन मंत्री ने कहा कि बेंगलुरु मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन किसी भी बस स्टॉप का निर्माण नहीं कर रहा है ब्रहूत बेंगलुरु महानगरपालिका निर्माण करेगा। वहीं दूसरी तरफ पुलिस ने इस मामले में शिकायत तो दर्ज कर ली है लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तार नहीं हुआ।

Sarita Prasad

भारत के हर कोने से आए दिन चोरी की खबरें आती रहती है कुछ खबरें ऐसी होती हैं जो साधारण चोरी की निशानी होती है तो कुछ चोरियां ऐसी होती है इसके बारे में सुनकर लोगों की होसी उड़ जाते हैं। अब जैसा कि अभी हाल ही में सुर्खियां बटोर रही है यहां चोरों ने शहर के बेहद ही वीआईपी इलाके के बस स्टॉप को ही गायब कर दिया। चलिए इससे जुड़ी पूरी घटना आपको बताते हैं।

10 लाख का था बस स्टैंड

बेंगलुरु में हुई इस चोरी की अब तक कोई भी शिकायत दर्ज नहीं की गई है। जानकारी के अनुसार कुछ दिनों पहले ही यहां 10 लख रुपए की लागत से बस स्टैंड का निर्माण कराया गया था अब वहां बस शेल्टर नहीं है।

10 लख रुपए की लागत से बस स्टैंड का निर्माण कराया गया था अब वहां बस शेल्टर नहीं है। [Wikimedia Commons]

यह स्टील नाचे समेत चोरी हो गया है करीब एक हफ्ते के बाद स्टैंड की चोरी का मामला उजागर हुआ यह बस स्टैंड बेंगलुरु के कनिंघम रोड पर था वहीं अब इस मामले में कर्नाटक सरकार के परिवहन मंत्री रामलिंग रेड्डी ने कहा कि इस चोरी को लेकर पुलिस कार्यवाही कर रही है। परिवहन मंत्री ने कहा कि बेंगलुरु मेट्रोपॉलिटन ट्रांसपोर्ट कॉरपोरेशन किसी भी बस स्टॉप का निर्माण नहीं कर रहा है ब्रहूत बेंगलुरु महानगरपालिका निर्माण करेगा। वहीं दूसरी तरफ पुलिस ने इस मामले में शिकायत तो दर्ज कर ली है लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तार नहीं हुआ।

पहले भी इस प्रकार की घटना हुई थी

आपको बता दें कि बेंगलुरु में पहली बार ऐसी घटना देखने को नहीं मिली है पहले भी कर्नाटक की राजधानी में ऐसी घटना हो चुकी है। जब बस स्टॉप और बस स्टैंड गायब हो गए हैं वह भी रातों-रात।

2014 में राजराजेश्वरी नगर में एक बस स्टॉप गायब हो गया था।[Wikimedia Commons]

2014 में राजराजेश्वरी नगर में एक बस स्टॉप गायब हो गया था। 2023 में बेंगलुरु के एचआरबीआर लेआउट में एक बस स्टैंड को रात के भीतर गायब हो गया यह लगभग 30 साल पुराना बुनियादी ढांचा था और 1990 से सेवाएं प्रदान कर रहा था। इस प्रकार के और भी घटनाएं बेंगलुरु के कोने-कोने से आती है। लेकिन अचंभित बात यह है कि अब तक इनमें से किसी भी कर के पकड़े जाने की कोई सूचना नहीं मिली। सरकार की तरफ से यह संतावना पूरे शहर को मिल जाती है इस मामले में कार्रवाई कर रहे हैं लेकिन कुछ दिनों के बाद या मामला फिर ठंडा पड़ जाता है और और जनता इंतजार करती रह जाती है। 

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