फिनलैंड (Finland) की सरकार केरल (Kerala) के 'लिटिल काइट्स' (Little Kite) मॉडल से काफी प्रभावित है। मुख्य सचिव वी.पी. जॉय और फिनलैंड के शीर्ष अधिकारी केरल की डिजिटल शिक्षा- 'लिटिल काइट्स' आईटी क्लबों की विशेषज्ञता प्राप्त करना चाहते हैं। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और राज्य के शिक्षा मंत्री वी. शिवनकुट्टी को भी फिनलैंड की यात्रा करनी थी, लेकिन सीपीआई-एम पोलित ब्यूरो के सदस्य कोडियेरी बालकृष्णन के आकस्मिक निधन के कारण यात्रा रद्द करनी पड़ी।
फिनलैंड शिक्षा विभाग के अधिकारियों और केरल टीम के बीच बैठक के दौरान हेलसिंकी में शैक्षिक मॉडल (Education Model) के आदान-प्रदान का निर्णय लिया गया।
काइट के सीईओ ने कहा, लिटिल काइट्स आईटी क्लब है जिसने फिनलैंड को प्रभावित किया है, जिन्होंने इसे अपने स्कूलों में लागू करने की इच्छा व्यक्त की है।
लिटिल काइट्स का ज्ञान हस्तांतरण वास्तव में केरल के दो दशकों के आईसीटी (Information and Communications Technology) अनुभव का प्रभाव है, जिसका नेतृत्व केरल इन्फ्रास्ट्रक्चर एंड टेक्नोलॉजी फॉर एजुकेशन (काइट्स) ने किया है, जो इस संयुक्त उद्यम में आवश्यक तकनीकी सहायता प्रदान करेगा।
लिटिल काइट्स के बच्चे, जो मुख्य रूप से कक्षा 8 से 10 के छात्र हैं, का चयन एक योग्यता परीक्षा के आधार पर किया जाता है, प्रत्येक स्कूल में औसतन 20 छात्र हैं, जिनका चयन शिक्षकों द्वारा किया जाता है। वे अपने स्कूल में हर आईसीटी गतिविधि की देखरेख करते हैं, जिसमें अन्य छात्रों को प्रशिक्षण देना और आईसीटी उपकरणों का उचित रखरखाव और उपयोग भी शामिल है।
लिटिल काइट्स आईटी क्लब छात्रों का भारत का सबसे बड़ा आईसीटी नेटवर्क है, जिसकी स्थापना 2,000 से अधिक स्कूलों में हुई है और इसमें 1,70,000 से अधिक छात्र सदस्य हैं।
लिटिल काइट्स पहल का उद्घाटन मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने 2018 जनवरी में केरल सरकार की हाई-टेक परियोजनाओं के हिस्से के रूप में किया था, जिसमें 4,752 माध्यमिक विद्यालयों और 11,275 प्राथमिक विद्यालयों में 8 अरब रुपये के आईसीटी उपकरण लगाए गए थे।
प्रत्येक बच्चों को इलेक्ट्रॉनिक्स, एनीमेशन, हार्डवेयर, साइबर-सुरक्षा, 3 डी मॉडलिंग, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से लेकर विभिन्न क्षेत्रों में प्रशिक्षित किया जाता है।
(आईएएनएस/HS)