बिजनौर में तेंदुए को पीट-पीटकर मौत के घाट उतारा, वन विभाग ने शुरु की जांच।(Wikimedia Commons) 
उत्तर प्रदेश

बिजनौर में तेंदुए को पीट-पीटकर मौत के घाट उतारा, वन विभाग ने शुरु की जांच

उत्तर प्रदेश(Uttar pradesh) के बिजनौर जिले में एक तेंदुए(Leopard) को गांव वालों ने पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। घटना सोमवार देर शाम थाना शेरकोट इलाके के शहजादपुर गांव की है।

न्यूज़ग्राम डेस्क

उत्तर प्रदेश(Uttar pradesh) के बिजनौर जिले में एक तेंदुए(Leopard) को गांव वालों ने पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया। घटना सोमवार देर शाम थाना शेरकोट इलाके के शहजादपुर गांव की है।

जानकारी के मुताबिक, घटना सोमवार देर शाम उस वक्त की है जब शहजादपुर गांव के दो सगे भाई 45 वर्षीय अफजल और 35 वर्षीय अहसान गांव के डिग्री कॉलेज(Degree college) के पास बने कब्रिस्तान में बकरी चरा रहे थे।

इस दौरान झाड़ियों में छिपे तेंदुए ने बकरी पर हमला कर दिया। दोनों भाइयों ने बकरी को बचाने के लिए तेंदुए को भगाने का प्रयास किया। तेंदुए ने बकरी को छोड़ दिया। और दोनों भाइयों पर हमला कर उन्हें घायल कर दिया।

दोनों भाइयों के शोर को सुन आसपास के खेतों में काम कर रहे गांव वाले लाठी-डंडे लेकर घटनास्थल की ओर दौड़ पड़े। ग्रामीणों ने तेंदुए को चारों तरफ से खेतों में घेर लिया और तेंदुए को लाठी-डंडों से पीट-पीटकर मौत के घाट उतार दिया।

घायलों को इलाज के लिए धामपुर के एक निजी अस्पताल(Hospital) में भर्ती कराया गया है।

वन विभाग(Forest department) के एसडीओ(SDO) अंशुमन मित्तल ने बताया कि तेंदुए ने एक दिन में एक ही स्थान पर तीन लोगों पर हमला कर घायल किया है। इसी से गुस्साए गांव वालों ने लाठी-डंडों से पीटकर तेंदुए को मार डाला।

एसडीओ(SDO) ने कहा, तेंदुआ के शव को देखने से लगता है वह एक मादा है और उसकी उम्र करीब 3 साल है। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।

वन अधिकारी(Forest Officer) ने बताया कि घटना की जांच की जा रही है। इस बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत करा दिया गया है। उनके निर्देश पर ही अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।(IANS/RR)

भगवान जगन्नाथ का रथ खींचती हैं जो रस्सियाँ, उनके पीछे छिपा है एक आदिवासी समाज!

मोहम्मद शमी को कोर्ट से बड़ा झटका : पत्नी-बेटी को हर महीने देने होंगे 4 लाख रुपये !

जिसे घरों में काम करना पड़ा, आज उसकी कला को दुनिया सलाम करती है – कहानी दुलारी देवी की

सफलता की दौड़ या साइलेंट स्ट्रगल? कोरिया में डिप्रेशन की असली वजह

जहां धरती के नीचे है खजाना, वहां ऊपर क्यों है गरीबी का राज? झारखंड की अनकही कहानी