Snake Free State in India: भारत देश में एक ऐसा राज्य भी मौजूद है, जहां एक भी सांप नहीं है। (Wikimedia Commons) 
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भारत के इस राज्य में नहीं है एक भी सांप, “स्नेक फ्री स्टेट” के नाम से है मशहूर

जिस देश में सांपों की 350 से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हों, उस भारत देश में एक ऐसा राज्य भी मौजूद है, जहां एक भी सांप नहीं है, जी हां ! इस राज्य में एक भी सांप नहीं पाए जाते हैं इसीलिए इसे 'स्नेक फ्री' स्टेट का दर्जा प्राप्त है

न्यूज़ग्राम डेस्क

Snake Free State in India: जिस देश में नाग देवता को भगवान शंकर का दूसरा रूप माना जाता है, नाग ही भोलेनाथ के गले पर गहना बन कर सजा रहता है, जहां नागदेवता की पूजा होती हो। जिस देश में सांपों की 350 से ज्यादा प्रजातियां पाई जाती हों, उस भारत देश में एक ऐसा राज्य भी मौजूद है, जहां एक भी सांप नहीं है, जी हां ! इस राज्य में एक भी सांप नहीं पाए जाते हैं इसीलिए इसे 'स्नेक फ्री' स्टेट का दर्जा प्राप्त है, आज हम आपको इसी राज्य के बारे में बताने जा रहे हैं।एक रिपोर्ट के मुताबिक भारत में पाए जाने वाले सांपों में सिर्फ 17% ऐसे हैं, जो जहरीले या विषैले होते हैं आपको बता दें भारत में एक तरफ केरल है, जहां सबसे ज्यादा प्रजाति के सांप मिलते हैं वहीं दूसरी तरफ लक्ष्यदीप हैं जहां सांपों की एक भी प्रजाति नहीं पाई जाती है।

यहां कुत्ता ले जाना भी है मना

ये देशा का ऐसा इकलौता राज्य है। यहां कुत्ते भी नहीं पाए जाते हैं। लक्षद्वीप प्रशासन राज्य को सांप और कुत्ता फ्री बनाए रखने के लिए लगातार कोशिश करता आ रहा है। यही वजह है कि यहां आने वाले पर्यटकों को सांप और कुत्ते ले आने की सख्त मनाही है। कुछ एक द्वीप पर कौवे जैसे पक्षी अधिक संख्या में पाए जाते हैं। इस स्टेट की एक और पहचान है और वह है इस आईलैंड पर पहले साइरेनिया या 'समुद्री गाय' पाई जाती थीं, लेकिन अब ये भी लुप्तप्राय होने लगी हैं।

लक्षद्वीप प्रशासन राज्य को सांप फ्री बनाए रखने के लिए लगातार कोशिश करता आ रहा है। (Wikimedia Commons)

यहां 96% आबादी मुस्लिम

लक्षद्वीप एक केंद्र शासित प्रदेश है और यहां 36 छोटे-छोटे आइलैंड से मिलकर बना है। लक्षद्वीप की कुल आबादी सिर्फ 64000 के आसपास है। कुल 32 वर्ग किलोमीटर में फैले लक्षद्वीप की 96% आबादी मुसलमान है। बाकी हिंदू, बौद्ध और दूसरे धर्मों के लोग यहां रहते हैं। लक्षद्वीप में भले ही 36 आइलैंड हैं, लेकिन इनमें से सिर्फ 10 पर ही लोग रहते हैं। इसमें- कवाराट्टी, अगाट्टी, अमिनी, कदमत, किलातन, चेतलाट, बिट्रा, आनदोह, कल्पनी और मिनिकॉय आईलैंड शामिल है। यहां की दिलचस्प बात यह है कि कई आईलैंड पर तो 100 से भी कम लोग रहते हैं।

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