राजस्थान के दाेे मंदिरों ने ड्रेस कोड को लेेकर लगाए पोस्‍टर(Wikimedia Commons)
राजस्थान के दाेे मंदिरों ने ड्रेस कोड को लेेकर लगाए पोस्‍टर(Wikimedia Commons) 
राजस्‍थान

राजस्थान(Rajasthan) के दाे मंदिरों ने ड्रेस कोड(Dress code) को लेेकर लगाए पोस्‍टर

न्यूज़ग्राम डेस्क

राजस्थान(Rajasthan) की राजधानी जयपुर(Jaipur) में पहली बार दो मंदिरों ने भक्तों के लिए ड्रेस कोड(Dress code) जारी किया है। झारखंड महादेव मंदिर और सदाशिव ज्योतिर्लिंग महादेव मंदिर प्रबंधन ने मंदिर के गेट पर ड्रेस कोड को लेकर एक नोटिस लगाया है।

झारखंड महादेव मंदिर और सदाशिव ज्योतिर्लिंग महादेव मंदिर के प्रबंधन अधिकारियों(Management officers) ने भक्तों से सभ्य कपड़े पहनने और मिनी स्कर्ट, जींस पहनने से बचने का अनुरोध किया है।

यह पहली बार है कि राज्य की राजधानी के किसी मंदिर ने भक्तों के लिए ड्रेस कोड(Dress code) लागू किया है।

प्रसिद्ध झारखंड महादेव मंदिर के गेट पर एक नोटिस लगाया गया, जिसमें कहा गया है कि मंदिर परिसर में शॉर्ट्स(Shorts), बरमूडा(Bermuda), मिनी स्कर्ट(Mini skirt), जींस(Jeans) और फ्रॉक(Frock) की अनुमति नहीं है। 

नोटिस(Notice) में कहा गया है कि हमें आशा है कि आप सभी भारतीय संस्कृति का सुचारू रूप से पालन करने में सहयोग करेंगे।

बब्बू सेठ मेमोरियल ट्रस्ट(Babbu seth memorial trust) के अध्यक्ष जयप्रकाश सोमानी ने कहा कि हम सभी भक्तों से अनुशासन बनाए रखने का अनुरोध करते हैं। गेट पर एक स्वयंसेवक होगा, जो निगरानी करेगा कि निर्देशों का पालन किया जा रहा है या नहीं।

झारखंड महादेव मंदिर और सदाशिव ज्योतिर्लिंग महादेव मंदिर प्रबंधन ने मंदिर के गेट पर ड्रेस कोड को लेकर एक नोटिस लगाया है।(Wikimedia Commons)

इसी बीच सदाशिव ज्योतिर्लिंग महादेव मंदिर ने भी ऐसा ही नोटिस लगाया है, जिसमें कहा गया है कि भक्तों को पारंपरिक पोशाक पहननी चाहिए ताकि लोगों की धार्मिक भावनाएं प्रभावित न हों।

इस सप्ताह की शुरुआत में उदयपुर के सबसे पुराने श्री जगदीश मंदिर में ड्रेस कोड लागू करने की मांग वाला एक पोस्टर लगाया गया था। जिसमें लिखा था, ''सभी भक्तों को सूचित किया जाता है कि श्री जगदीश मंदिर परिसर में शॉर्ट, टीशर्ट, शॉर्ट जींस, बरमूडा, मिनी स्कर्ट, नाइट सूट प्रतिबंधित है। कृपया इस नियम का विशेष ध्यान रखें। यदि आप ऐसा करते हैं तो आप मंदिर में प्रवेश नहीं कर पाएंगे।''

हालांकि, राज्य के देवस्थान विभाग ने गुरुवार को पोस्टर यह कहते हुए हटवा दिए कि ये बिना अनुमति के लगाए गए थे।(IANS/RR)

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