यूट्यूब Wikimedia
टेक्नोलॉजी

यूट्यूब पर वीडियो देखने के है शौकीन? जानिए यूट्यूब के इन नए फीचर्स के बारे में

गूगल (Google) के स्वामित्व वाला स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म उपयोगकर्ताओं को अपने आईओएस या एंड्रॉइड डिवाइस पर वीडियो को जूम इन और जूम आउट करने की अनुमति देगा।

न्यूज़ग्राम डेस्क

यूट्यूब (Youtube) ने घोषणा की है कि वह नए डिजाइन इलिमेंटस और प्रोडक्ट फीचर्स को रिलीज कर रहा है, जिसमें प्लेटफॉर्म पर उपयोगकर्ता अनुभव को बढ़ाने के लिए वीडियो के लिए जूम इन और जूम आउट करने के विकल्प शामिल हैं। गूगल (Google) के स्वामित्व वाला स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म उपयोगकर्ताओं को अपने आईओएस या एंड्रॉइड डिवाइस पर वीडियो को जूम इन और जूम आउट (Zoom in and Zoom Out) करने की अनुमति देगा।

कंपनी ने एक ब्लॉगपोस्ट में कहा, "आज से, हम एक नया रूप और कई फीचर्स पेश कर रहे हैं जो उपयोगकर्ताओं को वीडियो देखने के तरीके में सुधार करते हुए अधिक आधुनिक और इमर्सिव अनुभव प्रदान करती हैं। लेकिन चिंता न करें, वही यूट्यूब जिसे आप जानते हैं और प्यार अभी भी हमारे मूल में है।"

डायनामिक कलर सैंपलिंग का उपयोग करते हुए, एम्बिएंट मोड एक सूक्ष्म प्रभाव पेश करता है, इसलिए ऐप पृष्ठभूमि का रंग वीडियो से मेल खाने के लिए अनुकूल होता है।

यह उस रोशनी से प्रेरित है जो एक अंधेरे कमरे में स्क्रीन से निकलता है और प्रभाव को फिर से बनाना चाहता है, ताकि दर्शक सीधे कंटेंट में आ जाएं और वीडियो हमारे दृश्य पृष्ठ पर और भी अधिक ध्यान केंद्रित करे।

यह फीचर वेब और मोबाइल पर डार्क थीम में उपलब्ध होगा।

जूम इन और जूम आउट फीचर

वीडियो विवरण में यूट्यूब लिंक बटन में बदल जाएंगे और बार-बार की जाने वाली कार्यवाही, जैसे लाइक, शेयर और डाउनलोड, अब विकर्षणों को कम करने के लिए स्वरूपित हैं।

कंपनी ने कहा कि सब्सक्राइब बटन को टच-अप भी मिल रहा है। नया आकार और हाई कंट्रास्ट इसे सबसे अलग बनाता है और जबकि यह अब लाल नहीं है, इसे खोजना आसान है और सभी के लिए वॉच पेज और चैनल पेज दोनों पर अधिक पहुंच आसान है।

आईएएनएस/PT

बोनालु : आस्था, परंपरा और नारी शक्ति का भव्य उत्सव

कपड़े पर चित्र और होंठों पर गीत, ऐसी है ओडिशा और बंगाल की पट्टचित्र

बूढ़ों का देश बनता जा रहा है जापान, क्या बचा पाएगा अपना भविष्य?

कश्मीर की गलियों से लेकर प्रधानमंत्री के कंधों तक, कैसे बना कानी शॉल एक ग्लोबल ब्रांड?

जब न थे डॉक्टर या हॉस्पिटल, तब कैसे हुई थी प्लास्टिक सर्जरी?